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INDIA Alliance: 'लंबे सफर में स्पीड ब्रेकर आते हैं...', ममता के दिए झटके पर डैमेज कंट्रोल करने उतरी कांग्रेस

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया है कि वो आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेंगी. उन्होंने कांग्रेस पर सीट शेयरिंग में दिलचस्पी नहीं लेने का आरोप लगाया. वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, हमें सार्थक बातचीत की उम्मीद है. इंडिया ब्लॉक बंगाल में भी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा. हम बीजेपी को हराना चाहते हैं. हम बीजेपी को हराने में कोई कमी नही रखेंगे.

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ममता बनर्जी के ऐलान के बाद जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी है.
ममता बनर्जी के ऐलान के बाद जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी है.

विपक्ष गठबंधन 'इंडिया' ब्लॉक को बुधवार को बड़ा झटका लगा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी)  में आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. ममता ने सीधे तौर पर कांग्रेस को जिम्मेदार बताया है और कांग्रेस पर सीट शेयरिंग का फॉर्मूला नहीं निकालने का हवाला दिया है. हालांकि, ममता के कड़े रुख के बाद कांग्रेस नरम पड़ी है और डैमेज कंट्रोल की कोशिश करने लगी है. पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हम ममता बनर्जी के बिना इंडिया ब्लॉक की कल्पना नहीं कर सकते हैं. इस संबंध में शिवसेना (उद्धव गुट) और सीपीएम ने भी बयान दिया है.

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कांग्रेस नेता जयराम का कहना था कि रास्ते में कभी-कभी स्पीड ब्रेकर आ जाते हैं , कभी-कभी हरी बत्ती आ जाती है. हम ममता जी के बिना INDIA गटबंधन की कल्पना नहीं कर सकते हैं. हमें पूरी उम्मीद है जो बातचीत चल रही है. INDIA ब्लॉक एकजुट होकर बंगाल में चुनाव लडे़गा. हमारा मुख्य उद्देश्य देश और बंगाल में बीजेपी को हराना है. हम इसी सोच के साथ बंगाल में प्रवेश करेंगे. उन्होंने कहा, ममता बनर्जी का पूरा बयान है कि हम बीजेपी को हराना चाहते हैं. ये एक लंबा सफर है. उन्होंने कहा, तृणमूल कांग्रेस INDIA गठबंधन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्तंभ है. कुछ न कुछ रास्ता निकाला जाएगा.

'अधीर ने ममता को अवसरवादी कहा था'

बता दें कि ममता बनर्जी ने कहा कि हमने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. मैंने उन्हें जो भी प्रस्ताव दिया, उन्होंने सभी को अस्वीकार कर दिया. ऐसे में हमने बंगाल में अकेले जाने का फैसला किया है. ममता की यह घोषणा कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के साथ तीखी नोकझोंक के एक दिन बाद आई है. अधीर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की आलोचना की थी और उन्हें अवसरवादी कहा था. अधीर ने कहा था कि कांग्रेस बिना टीएमसी की मदद के लोकसभा चुनाव लड़ेगी.

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'बीजेपी चाहती है मोदी बनाम ममता चुनाव हो'

सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम का कहना था कि बीजेपी चाहती है कि ये चुनाव ममता बनाम मोदी हो और यही बात ममता बनर्जी भी चाहती हैं. 

'विवादास्पद बयान देने से बचना चाहिए'

इसी तरह AAP नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, टीएमसी पश्चिम बंगाल में एक बड़ी पार्टी है. कांग्रेस और वामपंथी हमेशा उनके खिलाफ लड़ते रहे हैं, इसलिए टीएमसी के साथ सीट साझा करना थोड़ा मुश्किल होगा. उनके बीच के मुद्दे सुलझा लिए जाएंगे. ममता बनर्जी और राहुल गांधी इंडिया ब्लॉक की सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमें उम्मीद है कि इंडिया ब्लॉक की सभी पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी. भारद्वाज ने कहा कि अधीर रंजन को विवादास्पद बयान देने से बचना चाहिए. वे टीएमसी और ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ बयान देते रहते हैं.

'शेरनी की तरह लड़ रही हैं ममता'

वहीं, शिवसेना (उद्धव गुट) विधायक आदित्य ठाकरे  ने कहा, उन्होंने (ममता) जो कहा, उसे देखने के बाद मैं रिएक्ट करूंगा. लेकिन वो वहां शेरनी की तरह लड़ रही हैं. पश्चिम बंगाल की लड़ाई अहम है.

ममता को न्याय यात्रा का भी न्योता नहीं?

वहीं, दोनों नेताओं के बीच विवाद के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को बयान दिया था. राहुल ने कहा था कि ममता बनर्जी उनके करीब हैं और सीट बंटवारे की बातचीत चल रही है. किसी नेता की टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हालांकि, टीएमसी सुप्रीमो की नाराजगी शांत नहीं हुई. उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने उन्हें पश्चिम बंगाल में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बारे में सूचित नहीं किया. ममता ने कहा, शिष्टाचार के नाते उन्होंने मुझे यह भी सूचित नहीं किया कि वे बंगाल में यात्रा आयोजित करने जा रहे हैं.

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'क्षेत्रीय दलों को बीजेपी से मुकाबला करने दें'

इससे पहले ममता बनर्जी ने बीजेपी से मुकाबला करने के लिए क्षेत्रीय दलों को अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की जरूरत पर जोर दिया था. ममता ने सुझाव दिया था कि कांग्रेस 300 सीटों पर बीजेपी से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करे. हम लोग कांग्रेस का समर्थन करेंगे. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि क्षेत्रीय मामलों में कांग्रेस की ओर से हस्तक्षेप होता है तो क्षेत्रीय दल अपने दृष्टिकोण पर 'पुनर्विचार' कर सकते हैं. उन्होंने कांग्रेस की भूमिका पर खुलकर सवाल उठाते हुए विपक्षी गठबंधन के नेतृत्व और एकता पर भी सवाल उठाए थे.

सूत्रों ने बताया था कि दिसंबर 2023 में इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने प्रस्ताव दिया था कि कांग्रेस को करीब 300 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए, जहां उसका सीधा मुकाबला बीजेपी से है. बाकी सीटों पर टीएमसी ने प्रस्ताव दिया कि कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टियों को समर्थन देना चाहिए. बैठक के बाद कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, गठबंधन के सभी सदस्य दल सीट बंटवारे पर मिलकर काम करेंगे.

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