उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के सपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में शिवपाल यादव के सामने ही उनके बेटे आदित्य यादव को बदायूं से लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने का प्रस्ताव पास हो गया. शिवपाल की जगह उनके बेटे आदित्य यादव को लड़ाने के लिए प्रस्ताव पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को भेजा गया है. इस बारे में आखिरी फैसला वही करेंगे.
पूरा मामला UP के संभल जनपद के कस्बा बबराला का है. ये इलाका बदायूं लोकसभा में आता है. यहां आज सपा की ओर से एक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. यहां शिवपाल यादव और धर्मेंद्र यादव की मौजूदगी में शिवपाल यादव की जगह शिवपाल के बेटे आदित्य यादव को प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया.
बीजेपी न संविधान मानती है, न लोकतंत्र- शिवपाल
सपा कार्यकर्ता सम्मलेन में शिवपाल यादव ने कहा कि बीजेपी न तो संविधान को मानती है, न लोकतंत्र को मानती है. ED और CBI के जरिये सबको जेल भेजना चाहती है. शिवपाल यादव ने कहा कि मेरे जगह आदित्य के नाम पर सहमति राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिल जानी चाहिए.
आदित्य के नाम पर और ज्यादा काम करेंगे- धर्मेंद्र यादव
सभा में मौजूद धर्मेंद्र यादव ने भी आदित्य यादव के नाम पर मोहर लगाई. कहा चाचा के लिए वोट मांगने में संकोच होता था, लेकिन आदित्य को लड़ाएंगे भी और जीताएंगे भी. आदित्य के नाम पर और जायदा काम करेंगे. पूरे समाजवादी एक परिवार के हैं. बीजेपी के लोग कुछ भी कर सकते हैं. साल 2019 में बीजेपी बेईमानी से जीती थी. बीजेपी पहले पुराना नारा पूरा करे चार सौ पार का नारा नया है.
भाजपा प्रवक्ता ने ली चुटकी... टिकट पाएंगे चाचा और भाई
इस जानकारी के सामने आने के बाद बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने चुटकी ली. उन्होंने कहा, ‘हाथ मलते रहेंगे सपाई और टिकट पाएंगे चाचा और भाई.’ बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राजनीतिक दलों को परिवारवाद को लेकर तीखे हमले चुनावी रैलियों में करते रहे हैं.