INDIA गठबंधन में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हुई है. हालांकि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में 2 सीटों की पेशकश की है.
सूत्रों ने बताया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी का कहना है कि राज्य की प्रमुख पार्टी को ही सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला लेने की अनुमति दी जानी चाहिए. तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन के संयोजक के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अपनी पसंद को दोहराया. तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि पार्टी के पास नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ भी नहीं है, लेकिन उनका मानना है कि विपक्षी गठबंधन के संयोजक के रूप में खड़गे का बेहतर प्रभाव होगा.
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस का मानना है कि दलित समुदाय से आने वाले खड़गे बेहतर विकल्प हैं क्योंकि वह 58 सीटों पर प्रभाव डाल सकते हैं.
पिछले महीने नई दिल्ली में आयोजित विपक्षी गठबंधन की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस ने 31 दिसंबर 2023 तक सीट-बंटवारे के विवरण को अंतिम रूप देने की मांग की थी. हालांकि ये टाइमलाइन बीच चुकी है, लेकिन INDIA गठबंधन में अभी भी सीट-बंटवारे पर आम सहमति नहीं बन पाई है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में घोषणा की थी कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस राज्य में अकेले खड़ी होगी. उन्होंने उत्तर 24 परगना जिले के चकला में कार्यकर्ताओं की बैठक और एक सार्वजनिक रैली के साथ चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए घोषणा की थी कि तृणमूल बंगाल में अकेले लड़ेगी, जबकि इंडिया अलायंस राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद रहेगा. उनके बयान ने इस ओर साफ इशारा किया कि राज्य में इंडिया गठबंधन के साथ कोई गठबंधन या कांग्रेस या वाम मोर्चा के साथ सीट-बंटवारा नहीं होगा.
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ने 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ा था, तब अधिकांश कांग्रेस नेताओं ने सीपीआई (एम) के साथ सीट शेयरिंग की मांग की थी, लेकिन कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया. लिहाजा 42 सीटों में से कांग्रेस ने केवल 2 सीटें जीतीं, जबकि टीएमसी ने 22 सीटें जीतीं.