पश्चिम बंगाल के सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस (TMC) के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने केंद्रीय बलों पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा,'कल और परसों उलुबेरिया और जंगीपारा में केंद्रीय बलों, ITBP के जवानों ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की. जरा कल्पना कीजिए कि इस भाजपा सरकार ने बंगाल के लोगों के खिलाफ संदेशखाली की साजिश रची. जरा कल्पना कीजिए, यही लोग महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं.
टीएमसी के आरोपों के बाद बीएसएफ के DIG एके आर्या का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा,'घटना के बारे में अलग-अलग समाचार पत्रों और चैनलों के जरिए पता चला है. बीएसएफ ने मामले के लिए जांच बैठा दी है. दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. आरोपी कांस्टेबल को चुनाव ड्यूटी से हटाने के सात-साथ निलंबित कर दिया गया है. जांच के आदेश दे दिए गए हैं. दोषी पाए जाने पर कांस्टेबल को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा.'
हिंसा की घटनाएं भी आईं सामने
बीएसएफ के DIG एके आर्या ने आगे कहा,'हम (BSF) एक पेशेवर बल हैं और अपने कर्मियों की अनुशासनहीनता के किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं करते हैं. सैनिकों को बहुत गंभीरता से लिया जाता है.' बता दें कि देशभर में लोकसभा चुनावों के लिए मतदान का क्रम जारी है. अब तक 5 चरणों के चुनाव हो चुके हैं, जबकि दो चरणों के लिए मतदान होना बाकी है. इस लोकसभा चुनाव में बंगाल में हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं.
पार्टी कार्यालय आग के हवाले हुआ
पहले चरण में 19 अप्रैल को बंगाल के अलीपुरद्वार तुफानगंज-2 ब्लॉक में बरोकोडाली-I ग्राम पंचायत के हरिरहाट क्षेत्र में टीएमसी के अस्थायी पार्टी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया था, इसका आरोप बीजेपी समर्थकों पर लगा था.ऐसे ही कूचबिहार में मतदान के दौरान हिंसा का केस भी सामने आया था. बताया गया कि कूचबिहार के चंदामारी में बूथ के सामने भीड़ ने पथराव किया. इन खतरों को देखते हुए राज्य में चुनाव आयोग ने अतिरिक्थ सुरक्षाबलों की नियुक्ति की हुई है.