पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में TMC ने आज एक बड़ी रैली की. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सासंद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हमने 25 फरवरी को इस कार्यक्रम की घोषणा की थी. दो सप्ताह से भी कम समय में यह कार्यक्रम आयोजित किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास ईडी, सीबीआई, न्यायपालिका है. लेकिन हमारे पास लोग हैं. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ बीजेपी से नहीं है, बल्कि लेफ्ट और अधीर चौधरी के नेतृत्व वाली बंगाल कांग्रेस से भी है.
पवन सिंह को लेकर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि एक अभिनेता ने बंगाली महिलाओं पर कई अपमानजनक गाने गाए थे, बीजेपी ने उन्हें आसनसोल से उम्मीदवार बना दिया? बाद में वह पीछे हट गए. उन्होंने कहा कि दिल्ली से बाहरी लोग यहां आते हैं, और कहते हैं मोदी की गारंटी. अभिषेक ने पूछा कि मोदी की क्या गारंटी है? मोदी की गारंटी 0 वारंटी है. पहले चोर जेल जाते थे, लेकिन आज भाजपा में शामिल हो रहे हैं.
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि लोग बहुत सी बातें कह रहे थे, जैसे नेताओं के पलायन के बाद तृणमूल का सफाया हो जाएगा. आज तृणमूल ब्रिगेड का कार्यक्रम नहीं, बल्कि गरीबों का कार्यक्रम है. उन्होंने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि 100 दिन की योजना के तहत काम करने के बाद भी बंगाल के 59 लाख लोगों की धनराशि रोक दी गई. ममता बनर्जी सरकार ने उनका बकाया चुकाया. यह ब्रिगेड उन 11.36 लाख परिवारों के लिए है, जिन्हें बीजेपी की ओर से फंड रोकने के फैसले के कारण घर नहीं मिले हैं, यह बीजेपी का विसर्जन सुनिश्चित करने वाली ब्रिगेड है.
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हमने अपनी बात रखी है. हमने लोगों से अपने अधिकारों के आधार पर वोट करने का आग्रह किया था. हमने वादा किया था कि अगर लोग अपने अधिकार के आधार पर वोट करेंगे, तो उन्हें उनकी लंबित मनरेगा मजदूरी मिलेगी. हमने यही सुनिश्चित किया. उन्होंने कहा कि आज हम जोनोगोनर गोर्जोन, बांग्ला बिरोधिडर बिसोर्जोन कार्यक्रम की घोषणा करते हैं.
TMC सांसद ने कहा कि मैं चाहता हूं कि यहां हर कोई जॉय बांग्ला कहे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दिल्ली में रहने वालों की रीढ़ में सिहरन पैदा हो जाए और दिल्ली में राजनीतिक भूकंप आ जाए. उन्होंने ये भी कहा कि जो लोग ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ते हैं, क्या वे बांग्ला विरोधी नहीं हैं? जो लोग रवीन्द्रनाथ टैगोर और स्वामी विवेकानन्द का अपमान करते हैं, क्या वे बांग्ला बिरोधी नहीं हैं? जो लोग बंगाल का फंड रोकते हैं, बंगाल को बदनाम करते हैं, क्या वे बांग्ला विरोधी नहीं हैं? उन्होंने कहा कि 28 राज्य और कई केंद्र शासित प्रदेश हैं, फिर भी बीजेपी ने केवल बंगाल का फंड रोका है. क्या वे बांग्ला विरोधी नहीं हैं? जो लोग हमारे सिख भाइयों को खालिस्तानी कहते हैं, जो हमारे अल्पसंख्यक भाइयों को पाकिस्तानी कहते हैं, क्या वे बांग्ला विरोधी नहीं हैं?