आगामी लोकसभा चुनाव करीब आ गया है. बीजेपी जल्द ही अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने जा रही है. पहली सूची का हर किसी को इंतजार है. गुरुवार को बीजेपी आलाकमान के बीच बैठकों का दौर चलता रहा. अलग-अलग राज्यों से आए नेताओं के साथ बातचीत की गई और एक-एक सीट पर चर्चा हुई. पहले प्रधानमंत्री आवास पर दो घंटे बैठक चली. ये बैठक शाम 7 बजे के बाद शुरू हुई थी. उसके बाद बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में 4 घंटे तक मैराथन मंथन किया गया. बीजेपी हेड क्वार्टर में रात 11 बजे से तड़के 3 बजे तक सीटों पर चर्चा होती रही.
इन दोनों बैठकों में पहली लिस्ट को अंतिम रूप देने के लिए विचार-विमर्श किया गया है. खास बात यह है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हाथों में कमान संभाले हैं. उन्होंने गुरुवार शाम 7 बजे के साथ प्रधानमंत्री आवास पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के साथ लंबी बैठक की. उसके बाद वे बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भूपेंद्र यादव समेत राज्यों से आए नेता मौजूद रहे. फिलहाल, सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या पार्टी इस चुनाव में कुछ पुराने नेताओं के टिकट काटती है या अपने उम्मीदवारों के चयन में कुछ नए प्रयोग करती है. इस बार नए चेहरों को मौका दिए जाने चर्चाएं हैं.
सूत्रों का कहना है कि दो से तीन दिन में पहली सूची आने की उम्मीद है. जबकि 10 मार्च से पहले 250 नामों की घोषणा की जा सकती है. बीजेपी का नेतृत्व का प्लान है कि जल्द कैंडिडेट घोषित किए जाएं, ताकि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचकर जनसंपर्क कर सकें.
'कमजोर सीटों पर सबसे पहले घोषित होंगे उम्मीदवार'
आगामी लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले बीजेपी उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों की 'कमजोर सीटों' पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करना चाहती है. सूत्रों का कहना है कि 2019 के चुनाव में बीजेपी को जिन सीटों हार मिली थी, वहां पर लंबे समय से संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्रियों की टीमें भी ग्राउंड में उतारी गई थीं. पार्टी को लगता है कि इन सीटों पर जीत की संभावना बढ़ गई है. यही वजह है कि इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पार्टी ने पूरा जोर लगा दिया है.
यह भी पढ़ें: बीजेपी में यूपी और हिमाचल प्रदेश में कैसे 'खिलाया कमल'? देखें 10तक
'बीजेपी का यूपी में खास फोकस'
यूपी की सभी 80 सीटों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बैठक पाठक की मौजूदगी रही. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी चुनाव समिति की बैठक में पश्चिमी यूपी की सीटों और गुणा-गणित पर भी फोकस रहा. यहां की सभी सीटों पर चर्चा हुई.
पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत शीर्ष बीजेपी नेताओं ने 'कमजोर सीटों' पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की थी. बीजेपी का मानना है कि इन चिह्नित सीटों पर कड़ी चुनावी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
यह भी पढ़ें: 2 लाख लोगों की भीड़ और करोड़ों के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन... '370+' के लिए श्रीनगर में PM मोदी का मेगा प्लान
'असम में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी बीजेपी'
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में असम में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर भी बात हुई है. असम में कुल 14 सीटें हैं. बीजेपी आम चुनाव में 3 सीटें सहयोगियों को देगी. 2 सीटें असम गण परिषद और 1 सीट एपीपीएल को मिलेगी. बाकी 11 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.
'कश्मीर पर अगली बैठक में चर्चा होगी'
इसी तरह महाराष्ट्र से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, असम से केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, गुजरात से मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, मध्य प्रदेश से मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उत्तराखंड से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गोवा से मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के अलावा जम्मू, झारखंड समेत अन्य राज्यों के प्रमुख नेता भी उपस्थित रहे. कश्मीर को लेकर अगली बैठक में चर्चा होगी.
यह भी पढ़ें: BJP CEC Meeting: लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नाम पर PM मोदी के साथ 4 घंटे मंथन... पहली लिस्ट जल्द
'भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान भी लड़ेंगे आम चुनाव?'
बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी भी आईं. राज्य के नेता सीईसी की बैठक में तब हिस्सा लेते हैं, जब उनके संबंधित राज्यों के उम्मीदवारों पर चर्चा की जाती है. आम चुनाव में भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान और मनसुख मंडाविया समेत कई केंद्रीय मंत्रियों को भी मैदान में उतारे जाने की संभावना है. पार्टी ने इन सभी नेताओं को राज्यसभा चुनाव के लिए रिपीट नहीं किया है.