Kriti Devi Debbarman
BJP
Rajendra Reang
CPM
Nota
NOTA
Archana Urang
IND
Darshan Kumar Reang
IND
Santojoy Tripura
IND
Chandra Debbarma
IND
Satrughna Jamatia
IND
Krishna Mohan Jamatia
IND
Kalpa Mohan Tripura
IND
Tripura East लोकसभा सीट पर कौन जीता? किसे मिले कितने वोट, यहां जानिए Result
BJP Kriti Devi Debbarman ने बनाई बढ़त, जानिए Tripura East लोकसभा सीट का हाल
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त्रिपुरा भारत का तीसरा सबसे छोटा राज्य है. इस राज्य की सीमाएं असम, मिजोरम और बांग्लादेश से लगती हैं. त्रिपुरा की राजधानी अगरतला है. यहां पर बंगाली और त्रिपुरी भाषा (कोक बोरोक) बोली जाती हैं.
त्रिपुरा की स्थापना 14वीं शताब्दी में माणिक्य नामक इंडो-मंगोलियन आदिवासी मुखिया ने किया था. उन्होंने हिंदू धर्म अपनाया था. त्रिपुरा साल 1956 में भारतीय गणराज्य में शामिल हुआ था. इसके बाद साल 1972 में त्रिपुरा को राज्य का दर्जा दे दिया गया था.
त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. यहां की अपनी अनोखी जनजातीय संस्कृति और दिलचस्प लोकगाथाएं है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या 11 लाख 40 हजार 269 है. त्रिपुरा ईस्ट संसदीय क्षेत्र में कुल 30 विधान सभा सीटें आती हैं. आपको बता दें कि त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा है.
त्रिपुरा राज्य की अपनी ऐतिहासिक विरासत है. मान्यता है कि त्रिपुरा राज्य का नाम यहां के राजा त्रिपुर के नाम पर पड़ा. वो ययाति वंश के 39वें राजा थे. इसके अलावा एक मत यह भी है कि स्थानीय देवी त्रिपुर सुन्दरी के नाम पर इस राज्य का नाम त्रिपुरा पड़ा. त्रिपुर सन्दरी मंदिर को हिन्दू धर्म के 51 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है. इस राज्य में अवैध प्रवासियों का मुद्दा काफी सुर्खियों में रहा है. फरवरी में यहां भी अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की तरह सिटीजन अमेंडमेंट बिल का जमकर विरोध हुआ था.
त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट पर अब तक 15 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी सीपीएम ने 11 बार जीत दर्ज की है. इस सीट पर सीपीएम के बाजू बन रियान सबसे ज्यादा 7 बार सांसद रह चुके हैं. इस लिहाज से अगर देखा जाए, तो इस सीट के वोटर एक पार्टी और एक नेता को कई बार चुनाव जिताते हैं.
इस सीट पर साल 1996 से लेकर अब तक सीपीएम का कब्जा है. इससे पहले कांग्रेस ने यहां से लगातार दो बार जीत दर्ज की थी. इस सीट पर सबसे पहले सीपीआई ने दो बार जीत हासिल की थी. इस सीट पर बीजेपी को कभी भी जीत हासिल नहीं हुई. हालांकि पिछले कुछ वर्षों से यहां पर बीजेपी का प्रभाव तेजी से बढ़ा है. इस सीट पर सिर्फ कांग्रेस, सीपीआई और सीपीएम का ही कब्जा रहा.
त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा है, जिनमें से 30 विधानसभा सीटें त्रिपुरा ईस्ट संसदीय क्षेत्र में आती हैं. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 25 साल से सत्ता में काबिज सीपीएम को उखाड़ फेंका था. 
2019 का जनादेश
इस बार सीपीएम ने एक बार फिर से जितेंद्र चौधरी इस सीट से टिकट दिया. वहीं, भारतीय जनता पार्टी में त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट से रेवती त्रिपुरा को चुनाव मैदान में उतारा था,  जबकि कांग्रेस ने प्रज्ञा देवबर्मन को टिकट दिया था. इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी  रेवती त्रिपुरा ने  4,82,126 वोटों के साथ जीत दर्ज की. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रज्ञा देवबर्मन 2,77,836 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रही और सीपीआई (एम) प्रत्याशी जीतेन्द्र चौधरी 2,00,963 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.   
2014 का जनादेश
लोकसभा चुनाव में त्रिपुरा पूर्व सीट से सीपीएम के जितेंद्र चौधरी ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी और कांग्रेस प्रत्याशी सचित्र देवबर्मन को 4 लाख 84 हजार 358 वोटों से शिकस्त दी थी. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जितेंद्र चौधरी को 6 लाख 23 हजार 771 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी सचित्र देवबर्मन को एक लाख 39 हजार 413 वोट मिले थे. इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या 11 लाख 40 हजार 269 है.
Maharaj Kumari Pragya Debburman
INC
Jitendra Chaudhury
CPIM
Narendra Chandra Debbarma
IPFT
Nota
NOTA
Karnadhan Chakma
AMB
Bijoy Debbarma
IND
Subir Kumar Jamatia
IND
Dipti Halam
IND
Amar Debbarma
IND
Chitta Ranjan Debbarma
IND
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