Dr. Vinod Kumar Bind
BJP
Laliteshpati Tripathi
AITC
Harishankar
BSP
Premchand Bind
PMSP
Nota
NOTA
Raj Narayan Patel
SARPSP
Ram Prakash Mishra
RSJP
Sushil
AIFB
Dr. Shyamdhar Tiwari
IND
Krishna Dev
RAUDP
Dhirendra Kumar Tiwari
IND
Bhadohi Lok Sabha Result Declared: BJP उम्मीदवार Dr. Vinod Kumar Bind बने विजेता, मिले 459982 वोट
Bhadohi का ताजा हाल: Uttar Pradesh की इस सीट पर BJP उम्मीदवार Dr. Vinod Kumar Bind ने बनाई बढ़त
Bhadohi लोकसभा सीट पर दिलचस्प हुआ मुकाबला, BJP और AITC में महज 1982 वोटोंं का अंतर!
Bhadohi सीट पर कांटे का मुकाबला, प्रत्याशियों के बीच महज 1982 वोटोंं का अंतर!
Bhadohi लोकसभा क्षेत्र में गजब की टक्कर! जानिए ताजा अपडेट
Bhadohi लोकसभा सीट पर दिलचस्प हुआ मुकाबला, BJP और AITC में महज 1982 वोटोंं का अंतर!
भदोही को कालीन शहर के नाम से जाना जाता है. क्षेत्रफल के लिहाज से यह उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला है और ज्ञानपुर शहर जिला मुख्यालय है. भदोही जिला गंगा नदी के मैदानी इलाकों में स्थित है, जो जिले की दक्षिण-पश्चिम सीमा का निर्माण करता है. गंगा के अलावा वरुण और मोर्वा यहां की प्रमुख नदियां हैं. भदोही जिला उत्तर में जौनपुर से, पूर्व में वाराणसी से, दक्षिण में मिर्जापुर से और पश्चिम में प्रयागराज से घिरा है.
15वीं शताब्दी तक भार को सागर राय के साथ मोनास राजपूतों द्वारा पराजित किया गया था, और इस जीत के बाद सागर राय के पोते, जोधराय ने इसे मुगल सम्राट शाहजहां से एक जमींदार सनद के रूप में प्राप्त किया था. हालांकि लगभग 1750 ईस्वी भूमि राजस्व बकाया भुगतान के कारण, प्रतापगढ़ के राजा प्रताप सिंह ने बकाया भुगतान के बदले में पूर्ण परगना को बनारस के बलवंत सिंह को सौंप दिया.
1911 में भदोही को महाराजा प्रभु नारायण सिंह ने अपने रियासत बनारस के अधीन शामिल कर लिया. भदोही ने 30 जून 1994 को उत्तर प्रदेश के 65वें जिले के रूप में राज्य के नक्शे पर अपनी नई पहचान बनाई. जिला बनने से पहले यह वाराणसी जिले का हिस्सा था.
इस जगह का नाम उस क्षेत्र के भार राज्य से पड़ा जिसने भदोही को अपनी राजधानी बनाया. भार राज्य के शासकों के नाम पर कई पुराने टैंक समेत ऐतिहासिक धरोहर हैं. अकबर के शासनकाल के दौरान, भदोही को एक दस्तुर बना दिया गया और इलाहाबाद के शासन में शामिल कर लिया गया.
भदोही में एशिया में अपनी तरह का एकमात्र इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉरपेट टेक्नॉलोजी (आईआईसीटी) स्थित है, जिसकी स्थापना 2001 में भारत सरकार ने किया था. कालीन उद्योग के अलावा बनारसी साड़ी और लकड़ी के टोकरी बनाना भी अहम उद्योग है.
2011 की जनगणना के मुताबिक जिले में 53 फीसदी पुरुषों की आबादी है जबकि महिलाओं की आबादी 47 फीसदी है. यहां पर हिंदुओं की 53 फीसदी और मुसलमानों की 45 फीसदी आबादी रहती है. स्त्री-पुरुष अनुपात के आधार पर एक हजार पुरुषों में 950 महिलाएं हैं. यहां पर साक्षरता दर काफी अच्छा है 90 फीसदी लोग साक्षर है जिसमें पुरुषों की 94 फीसदी और महिलाओं की 86 फीसदी आबादी शिक्षित है.
भदोही लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा क्षेत्र (भदोही, ज्ञानपुर, औराई, प्रतापपुर और हंडिया) आते हैं जिसमें एक सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व की गई है. इन 5 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रतापपुर और हंडिया विधानसभा क्षेत्र पहले फूलपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते थे अब भदोही संसदीय क्षेत्र में आ गए हैं. जबकि शेष 3 विधानसभा क्षेत्र पहले से ही मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र में पड़ते थे.
 भदोही राज्य के बेहद पिछड़े जिलों में आता है और यहां करीब 2 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव के आधार पर देखा जाए तो किसी भी राजनीतिक दल की पकड़ मजबूत नहीं है.
भदोही संसदीय क्षेत्र में 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार गोरखनाथ ने जीत हासिल की थी. उन्होंने सपा के छोटेलाल भिंड को 12,963 मतों के अंतर से हराया था. उस समय कुल 13 लोग मैदान में थे. इस चुनाव में बीजेपी पांचवें स्थान पर रही थी.
2019 का जनादेश
2019 में बीजेपी ने यहां से तत्कालीन सांसद को टिकट न देकर पार्टी ने रमेश चंद को उम्मीदवार बनाया था, जबकि महागठबंधन की ओर से बीएसपी के रंगनाथ मिश्रा मैदान में थे. कांग्रेस ने रामाकांत को प्रत्याशी बनाया था. इस सीट से कुल 12 प्रत्याशी मैदान में थे.
इस चुनाव में बीजेपी के रमेशचंद बिंद ने जीत दर्ज की, उन्हें 5,10,029 वोट मिले थे. तो वहीं बसपा के रंगनाथ मिश्र 4,66,414 वोंटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे और कांग्रेस के रमाकांत यादव 25,604 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे.    
2014 का जनादेश
भदोही में बीजेपी को मोदी लहर का फायदा मिला और उसे 1,58,141 मतों के अंतर से बड़ी जीत मिली. इस चुनाव में भदोही से 14 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, जिसमें वीरेंद्र सिंह ने बसपा के राकेश धर त्रिपाठी को हराकर संसद में पहुंचने में कामयाबी हासिल की. वीरेंद्र सिंह को चुनाव में 4,03,544 वोट (41.12%) मिले जबकि राकेश धर त्रिपाठी को 2,45,505 मत (25.01%) मिले. इस चुनाव में कांग्रेस पांचवें स्थान पर खिसक गई.
Rangnath Mishra
BSP
Ramakant
INC
Nota
NOTA
Saiyyad Mohammad Arif
IND
Dr Rajesh Kumar Verma
PPID
Akhilesh
NCP
Sushil
IND
Santlal
IND
Vinod
HND
Satish Bahadur
IND
Ram Sakha
IND
Kuldeep
IND
Kairana Lok Sabha Election Result: कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने इकरा हसन को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, बीजेपी की ओर से प्रदीप चौधरी मैदान में हैं. पिछले चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी.
लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में बीजेपी को इस चुनाव में तगड़ा झटका लगता दिख रहा है. यूपी में बीजेपी महज 33 सीटों पर सिमट गई है. जबकि समाजवादी पार्टी ने बड़ा उलटफेर कर दिया है औऱ वह 37 सीटों पर जीत गई है.
4 जून को लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना का दिन था. तमिलनाडु के दूसरे सबसे बड़े शहर कोयंबटूर में दिग्गजों के बीच कड़ा मुकाबला था. यहां बीजेपी के फायरब्रांड नेता और तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई हार गए. उनको डीएमके के उम्मीदवार पी गणपति राजकुमार ने हरा दिया.
बीएसपी ने उत्तर प्रदेश के भदोही से हरिशंकर चौहान को प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने बताया कि यहां विकास के कामों में कई कमियां हैं. सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार धरातल में पहुंच गया है. इसलिए, मैं चाहता हूं कि जनता वोट देकर मुझे चुनाव जिताने का काम करे. देखें वीडियो.