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31 साल की BJP कैंडिडेट ने हराया चुनाव, दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह ने फोड़ा कालेधन पर ठीकरा

MP Chachaura Seat Result: गुना जिले की चाचौड़ा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय था. बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका मीना को 110254 वोट मिले. इसके मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह को 49684 मत ही हासिल हो पाए. AAP उम्मीदवार ममता मीना को 27405 वोट मिले.

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प्रियंका मीना से चुनाव हारे लक्ष्मण सिंह.
प्रियंका मीना से चुनाव हारे लक्ष्मण सिंह.

कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका मीना से 61570 वोटों से चुनाव हार गए. 2018 के विधानसभा चुनाव में लक्ष्मण सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी ममता मीना को 9797 वोटों से चुनाव हराया था. लेकिन इस बार वोटों का मार्जिन काफी बड़ा रहा. लक्ष्मण सिंह 50 हजार का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए. लक्ष्मण सिंह बीजेपी की जीत के पीछे कालेधन को दोषी ठहरा रहे हैं.

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हार के बाद लक्ष्मण सिंह ने कहा, "मध्य प्रदेश में कल के नतीजों से विचलित नहीं होना है साथियों> एक व्यक्ति जो कभी चुनाव नहीं लड़ा और पार्षद का चुनाव भी नहीं जीत सकता वो टीवी पर पूरे प्रदेश के नतीजे घोषित कर रहा है और ऐसा हुआ भी. यह मध्य प्रदेश में वर्षों की लूट का कालाधन बोल रहा है जो चुनाव में खर्च किया है."
 
वहीं, कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह की पत्नी रुबीना सिंह ने भी समर्थकों से निराश न होने की बात कही है. 

बता दें कि चाचौड़ा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय था. बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका मीना को 110254 वोट मिले. इसके मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह को 49684 मत ही हासिल हो पाए. AAP उम्मीदवार ममता मीना को 27405 वोट मिले. लक्ष्मण सिंह ने पोस्टल बैलेट्स में सर्वाधिक 562 वोट हासिल किए. बता दें कि 31 साल की प्रियंका मीना मध्य प्रदेश की सबसे युवा विधायक बनी हैं. 
 
दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के खिलाफ गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल भी प्रचार करने पहुंचे थे. वहीं, लक्ष्मण सिंह की ओर से उनके भाई दिग्विजय सिंह ने सभाएं ली थीं. 

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जानिए प्रियंका मीना को

दिल्ली में पदस्थ भारतीय राजस्व सेवा (IPS) के अफसर पद्युम्न सिंह मीना की पत्नी प्रियंका मीना को अपनी पहली लिस्ट में बीजेपी ने टिकट दिया था. प्रियंका मीना ने 27 फरवरी 2023 को बीजेपी का दामन थामा था. प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा के समक्ष बीजेपी जॉइन की थी. बीजेपी का दामन थामने के बाद से ही प्रियंका क्षेत्र में खासी लोकप्रिय हो गई थीं. 

प्रियंका अपने नाम के पीछे ससुराल के गांव का नाम (पेंची) लिखती हैं. बीजेपी ने प्रियंका के चेहरे को तवज्जो देते हुए हर किसी को हैरानी में डाल दिया था, क्योंकि उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह से था. 

करीब तीन-चार साल पहले राजस्थान से ब्याहकर चाचौड़ा आईं प्रियंका मीणा ने पारंपरिक वेशभूषा पहनकर जनता के बीच सामान्य जीवनशैली जीना शुरू की. उन्होंने जिले की मधुसूदनगढ़ क्षेत्र के वार्ड क्रमांक-18 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था. लेकिन महज 235 वोट से चुनाव हार गईं.  चुनाव हारने के बाद भी लगातार विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहीं.  

गौर करने वाली बात यह है कि 2023 विधानसभा चुनाव के लिए घोषित बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका मीना पिछले साल जिला पंचायत सदस्य का चुनाव ममता मीणा से ही हारी थीं. बीजेपी नेता ममता के पति भी भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी थे. अब ममता मीना आम आदमी पार्टी (AAP) के टिकट पर प्रियंका के खिलाफ मैदान में थीं. मतलब चाचौड़ा सीट से बीजेपी का टिकट पाने के लिए बीते दिनों से आईआरएस और पूर्व आईपीएस की पत्नियों के बीच ही जंग जारी थी.  

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