मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में जतारा विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी अब PDA-पिछ़़ड़े, दलित और आदिवासी वर्ग को लुभाने के लिए जाति जनगणना और आरक्षण के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन यह कांग्रेस ही थी, जिसने जाति जनगणना को रोक दिया और मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने से इनकार कर दिया था. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी भी वही रास्ता अपना रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा जाति जनगणना, आरक्षण के बारे में बात कर रहे हैं. जैसे-जैसे चुनाव करीब आते हैं, दोनों दलों को PDA की ताकत का अहसास होता है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी जाति जनगणना, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण और महिलाओं के लिए मप्र सरकार की लाडली बहना योजना से बेहतर योजना के पक्ष में है, क्योंकि सहायता प्रति माह 3000 रुपये होगी.
अखिलेश ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि अग्निवीर योजना के तहत सशस्त्र बलों में भर्ती होने वालों को शहीद का दर्जा या वित्तीय सहायता नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि मप्र में महिलाओं पर अत्याचार सबसे ज्यादा है, जबकि दलितों और आदिवासियों की स्थिति भी गंभीर है. सपा प्रमुख ने कहा कि लोगों को उस प्रलोभन के बारे में पता नहीं है, जो मार्च 2020 में कमलनाथ सरकार के पतन और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार की वापसी का कारण बना.
इससे पहले अखिलेश ने छत्तरपुर के चंदाला में कहा था कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सपा के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि जहां तक गठबंधन का का संबंध है, कांग्रेस ने ही इससे इनकार किया था. मैं कांग्रेस के नेताओं के इंटरव्यू पढ़ रहा था. वे कह रहे थे कि समाजवादी पार्टी सांप्रदायिक पार्टी है. तो ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी की भाषा में क्या अंतर है? कांग्रेस भी बीजेपी की ही भाषा बोल रही है.