शुक्रवार को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण सभी 230 सीटों के लिए वोटिंग हुई. मतदान का प्रतिशत 75 फीसदी से ज्यादा रहा है. ग्वालियर जिले की 6 विधानसभा सीट के लिए भी वोटिंग हुई. इस दौरान ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रवीण पाठक की ग्वालियर कलेक्टर से बहस का वीडियो सामने आया है. इस दौरान कांग्रेस विधायक ने कलेक्टर पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगाया.
दोनों के बीच हुई बहस का जो वीडियो सामने आया है. उसमें नजर आ रहा है कि ग्वालियर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह विधायक प्रवीण पाठक को मतदान केंद्र छोड़कर जाने का दबाव बना रहे हैं. वहीं, विधायक प्रवीण पाठक आरोप लगा रहे हैं कि कलेक्टर सत्ताधारी दल बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं.
इस वजह से भिड़े डीएम और कांग्रेस प्रत्याशी
हुआ यूं कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग शाम 6 बजे बंद हो चुकी थी. मगर, बड़ी संख्या में मतदाता पोलिंग बूथ के बाहर वोट डालने के लिए कतारों में खड़े हुए थे. इसके कारण विवाद की स्थितियां भी पैदा हाेने लगी. ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में इसी वजह से एक बड़ा बवाल खड़ा हो गया, जहां पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक का ग्वालियर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह से बड़ा विवाद हो गया.
डीएम पर लगाया बीजेपी के लिए काम करने का आरोप
ग्वालियर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह विधायक प्रवीण पाठक को मतदान केंद्र छोड़कर जाने का दबाव बना रहे थे और विधायक प्रवीण पाठक आरोप लगा रहे थे कि कलेक्टर सत्ताधारी दल बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं, जिसके कारण बड़े पैमाने पर लोग वोट नहीं डाल पा रहे हैं. शाम के 6 बजने के बाद मतदाता पोलिंग बूथ के बाहर खड़े हुए हैं और प्रशासन उनको वोट डलवाने के लिए कोई इंतजाम नहीं कर रहा है.
देखें वीडियो...
अल्पसंख्यक मतदाता को वोटिंग करने से रोका गया: पाठक
विधायक प्रवीण पाठक ने आरोप लगाए हैं कि कलेक्टर द्वारा ऐसे इंतजाम किए गए हैं, जिसके कारण अल्पसंख्यकों वाले इलाके में लोगों को वोट डालने में दिक्कत आए और लोग वोट डालने से वंचित रह जाएं. वहीं, कलेक्टर का आरोप था कि मतदान केंद्र पर विधायक प्रवीण पाठक अपने कई समर्थकों के साथ पहुंचकर मतदाताओं पर अपना प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहे थे. उनको वहां से जाने को बोल रहे थे, लेकिन वे मतदान केंद्र छोड़कर नहीं जा रहे थे.
साल 2018 में प्रवीण पाठक ने बीजेपी प्रत्याशी 121 वोटों से था हराया
आपको बता दें, प्रवीण पाठक वहीं विधायक हैं जो 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में सबसे कम वोटों से जीतने वाले विधायक बने थे. प्रवीण पाठक मात्र 121 वोटों से जीते थे और उन्होंने बीजेपी के कद्दावर नेता और जेल राज्य मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा को चुनाव में हराया था. इस बार भी प्रवीण पाठक के सामने बीजेपी के नारायण सिंह कुशवाहा ही प्रतिद्वंदी के रूप में चुनावी मैदान में सामने हैं.