मध्य प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना वचन पत्र (घोषणा पत्र) जारी कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव में जनता के बीच जाने से पहले बड़े वादे किए हैं. कमलनाथ ने कहा, हमने घोषणा पत्र को लागू करने के लिए एक रोड मैप तैयार किया है. हमारी 70 प्रतिशत आबादी कृषि से जुड़ी है. हम चावल 2500 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं 2600 रुपये प्रति क्विंटल खरीदेंगे.
कमलनाथ ने कहा, सीएम कन्यादान योजना के तहत 1 लाख रुपए दिए जाएंगे. हम अपनी आईपीएल टीम बनाने की कोशिश करेंगे. मैंने स्व. बाबूलाल गौर (पूर्व सीएम) से प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने को कहा था. हमने मेट्रो का काम शुरू किया. ये श्रेय का नहीं, बल्कि राज्य के सम्मान का मामला है.
'कर्मचारी कल्याण के लिए काम करेंगे'
कमलनाथ ने कहा, हम खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए 'मेडल लाओ और करोड़पति बनो... मेडल लाओ और कार का मालिक बनो...' प्रतियोगिता की शुरुआत करेंगे. हम अपने सोर्स कर्मचारियों के साथ बैठेंगे और उनके कल्याण के लिए काम करेंगे. जल, स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, निवास, सामाजिक न्याय, रोजगार और खाद का अधिकार दिलाया जायेगा.
'दिग्विजय पर दिए बयान पर आई सफाई'
कमलनाथ ने एक दिन पहले दिग्विजय सिंह पर दिए अपने बयान पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा, यह मजाकिया अंदाज था. दिग्विजय से मेरा रिश्ता वर्षों पुराना है. मैं आपसे भी कहता हूं. अगर वो आपकी बात ना सुनें तो उनके कपड़े फाड़ दीजिए. वही, दिग्विजय सिंह ने कहा, उम्मीदवारो के ए और बी फॉर्म पर कांग्रेस अध्यक्ष ने हस्ताक्षर किए हैं.
'कमलनाथ वादे पूरे करते हैं'
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने कहा- कमलनाथ और शिवराज सिंह में बस एक ही अंतर है. शिवराज तो सिर्फ वादे करते हैं लेकिन कमलनाथ का स्वभाव है कि वे जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं. उन्होंने कहा, सभी जन प्रतिनिधियों को वे शक्तियां मिलनी चाहिए, जो उन्हें 1994 में दी गई थीं.
'यह झूठ का पत्र है...'
वहीं, कांग्रेस के घोषणापत्र पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है. शिवराज ने कहा, यह कांग्रेस का घोषणापत्र नहीं है, यह झूठ का पत्र है. पांच साल पहले उन्होंने 900 से ज्यादा वादे किए थे, लेकिन उनमें से नौ भी पूरे नहीं किए. उन्होंने फिर झूठ का पिटारा पेश किया. जनता इन झूठों पर भरोसा नहीं करेगी. जनता जानती है कि बीजेपी जो कहती है वो करती है.
राहुल और प्रियंका ने कई वादे किए...
इससे पहले कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सरकार आने पर जाति जनगणना कराए जाने का भी वादा किया है. पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने अब तक कई गारंटियों की घोषणा की है, जिसमें पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) लागू की जाएगी. एलपीजी सिलेंडर 500 रुपये मिलेगा. 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलेगी. महिलाओं के लिए 1,500 रुपये की मासिक सहायता और कृषि ऋण माफी शामिल है.
कांग्रेस ने स्कॉलरशिप योजना का भी किया है वादा
पिछले हफ्ते एक रैली के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा ने छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को प्रति माह 500 रुपये, कक्षा 9 और 10 के छात्रों को 1,000 रुपये और कक्षा 11 और 12 के छात्रों को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाने का ऐलान किया था.
बताते चलें कि मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए एक ही चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी. विपक्षी दल कांग्रेस ने अब तक 230 सीटों में से 144 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कर दी है.
2018 के चुनाव में कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. जबकि बीजेपी 109 सीटें ही जीत पाई थी. कमल नाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने बीएसपी, एसपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी. साल 2020 में सत्ता का उलटफेर हुआ और कमलनाथ को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बाद में बीजेपी की सरकार बनी और शिवराज सिंह चौहान फिर से सीएम बनाए गए थे.