मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों की अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही है. इस सबके बीच आजतक ने भोपाल में आयोजित 'पंचायत आजतक' के मंच पर शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभय दुबे ने शिरक की. दोनों पार्टियों के नेताओं ने साझा मंच से आगामी चुनावों में अपनी-अपनी जीत के दावे किए.
मध्य प्रदेश के मंत्री और बीजेपी नेता विश्वास सारंग ने कहा कि हम इस चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीतेंगे. इस देश के प्रधानमंत्री ने जो डबल इंजन की सरकार की परिभाषा दी, केंद्र सरकार बड़ा भाई और राज्य सरकार छोटा भाई, दोनों मिलकर विकास की गाड़ी को तेज गति से चलाएं. शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश की सरकार और नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जो काम किया, हम उस रिपोर्ट कार्ड को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं.
विश्वास सारंग ने कहा कि हमने लगातार 18 साल में विकास किया है. विकास की गाड़ी जो हम लेकर चले थे वो 15 महीने की कमलनाथ जी की सरकार में रुक गई. जो ट्रेन डीरेल हो गई थी, उसको हम वापस पटरी पर लेकर आए. चाहे आर्थिक अनुशासन की बात करें, जीडीपी बात करें, सुशासन की बात करें तो बीजेपी की सरकार ने हर स्तर पर काम किया है. 18 साल की यात्रा हमारी बहुत अच्छी लगी है और साढ़े 3 साल की यात्रा भी हमारी बहुत उत्कर्ष्ट रही है.
2018 में बीजेपी क्यों हारी?
2018 के विधानसभा चुनाव में में बीजेपी सरकार के डीरेल होने और कांग्रेस की जीत के सवाल पर बीजेपी नेता ने कहा कि तब भी जनता ने हमें बाहर नहीं किया. वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो हमें 1 प्रतिशत वोट अधिक मिले. हालांकि हमें 2 से 3 सीटें हम मिलीं. लेकिन हमने सुचिता की राजनीति को आगे बढ़ाया. हम चाहते तो उस समय भी दावा कर सकते थे, लेकिन हमारे नेतृत्व ने निश्चित किया और मुख्यमंत्री शिवराज ने जाकर इस्तीफा दिया और उनको (कांग्रेस) मौका दिया. लेकिन वो मौके का फायदा नहीं उठा पाया औऱ सरकार अच्छी नहीं चला पाए. और हमें मौका मिला. तो हमारी ट्रेन डीरेल नहीं हुई थी. हम सिर्फ दौड़ से अलग हुए थे. हम ये चाहते थे कि मध्य प्रदेश की जनता ने यदि सीटें कम दी हैं तो जिसको सीट ज्यादा दी हैं, वो आगे आएं, पर कमलनाथ जी उसको संभाल नहीं पाए.
हमने किसी विधायक को नहीं तोड़ा: बीजेपी नेता
2020 में कई विधायकों को तोड़कर कांग्रेस की सरकार गिराई और अपनी सरकार बनाने के सवाल पर विश्वास सारंग ने कहा कि हमने किसी को नहीं तोड़ा. ये जो हम पर इल्जाम लगता है कि हमने चुराकर सरकार बनाई, हम ऐसा चाहते तो हम 2018 में इस्तीफा नहीं देते. केवल 3 विधायकों का अंतर था. उसमें से यदि निर्दलीय विधायक कांग्रेस के साथ गए तो हमारे साथ भी आ सकते थे. सपा व अन्य पार्टी के विधायक कांग्रेस के साथ गए तो वो हमारे साथ भी आ सकते थे. इसलिए हमने कोई चुराया नहीं. हमने कोई बैक डोर एंट्री नहीं की, कांग्रेस ने की.
...तो सिंधिया ने इसलिए छोड़ी कांग्रेस?
उन्होंने कहा कि 15 महीने का समय मिला था लेकिन कमलनाथ जी ने किया क्या? मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को बधाई दूंगा. क्योंकि सिंधिया हों या फिर कांग्रेस 28 विधायक, जो जीतकर आए और फिर कांग्रेस छोड़ी. कारण, वे जब जनता के बीच गए थे तो जनता से कई वादे किए थे, लेकिन 15 महीने में कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ. उन्होंने 2 लाख के कर्जा माफी का वादा किया था, बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा किया था, बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, शहर-गावों के विकास की बात की थी, जनता के कल्याण की बात की थी, प्रदेश में अच्छी सुव्यवस्था और कानून व्यवस्था की बात की थी, लेकिन 15 महीने के सरकार ये वादे पूरे नहीं कर पाई. इसलिए ही ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के साथ 28 विधायक कांग्रेस छोड़कर आए.
विश्वास सारंग ने कहा कि लोकतंत्र में पंच औऱ सरपंच भी इस्तीफा नहीं देते. 6 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया, 28 विधायकों ने इस्तीफा दिया. उन्होंने सत्ता की चकाचोंद से अलग हटकर काम किया. इन 28 में कुछ विधायक हारे भी. लेकिन उन्होंने ये रिस्क लिया. क्योंकि उन्हें लगता था कि जिस वादे के साथ वे जनता के बीच गए थे, उसे वे नहीं निभा पाए तो उन्हें सरकार में रहने का अधिकार नहीं है.
बीजेपी छोड़कर वापस कांग्रेस में जाने वाले नेताओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत लोग ऐसे भी हैं जो कांग्रेस से बीजेपी में आना चाहते हैं लेकिन हम उन्हें ले नहीं रहे हैं. कम से कम 15 विधायक वेटिंग लिस्ट में हैं. बीजेपी की सरकार ताकत के साथ बनेगी. हम किसी भी कांग्रेस के उस कार्यकर्ता को नहीं लेना चाहते जो कि केवल राजनीतिक महत्वकांक्षा के चलते आना चाहते हैं.
कांग्रेस ने किया पलटवार
कांग्रेस नेता अभय दुबे ने बीजेपी मंत्री के जवाबों पर पलटवार करते हुए कहा कि अब कमलनाथ जी इस प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. 18 वर्षों में मध्य प्रदेश को किस परिस्थिति में बीजेपी की सरकार ने पहुंचा दिया, ये मैं नहीं कह रहा. ये प्रधानमंत्री जी और गृहमंत्री जी के मुंह से सुना है. गृहमंत्री जी ने बताया है कि 58 हजार बेटियों के साथ मध्य प्रदेश में बलात्कार हुआ है. लगातार 12 वर्षों तक मध्य प्रदेश बलात्कार में रहा है. 57 हजार बेटियों का अपहरण मध्य प्रदेश में हुआ है. ये कैसे मध्य प्रदेश की संरचना आपने की है. 50 हजार बेटियों के विवाह में भीषण भ्रष्टाचार तब हुआ जब प्रधानमंत्री जी कह रहे थे कि आपदा में अवसर को तलाश कीजिए. मध्य प्रदेश में तमाम घोटाले हुए.
उन्होंने कहा कि शिवराज जी का नाम ही कांग्रेस की जीत की गारंटी है. बीजेपी नेतृत्व कह रहा है कि हमारा चेहरा नहीं है. अमित शाह ने भी पत्रकारों के सवाल पर कहा कि शिवराज चेहरा नहीं हैं, सामूहिक नेतृत्व है. बीजेपी छोड़कर 40 नेता कांग्रेस में शामिल हुए हैं और इनकी लिस्ट भी हमने जारी की है.