मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सरकार पर 50% कमीशन का आरोप लगाकर उसको घेरने में जुटी हुई है. कांग्रेस ने पहले 'फोन पे' के बार कोड का इस्तेमाल कर सीएम शिवराज सिंह चौहान को जमकर घेरा, वहीं अब फ़ूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो के नाम से मिलता जुलता मामाटो बना दिया है.
यूथ कांग्रेस ने जारी किया पोस्टर
एमपी यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट किया है जिसमें उसने जोमैटो के लोगो से मिलता जुलता एक लोगो बनाया है और उस पर सीएम शिवराज का फोटो लगाकर 'मामाटो' लिख दिया है. ट्वीट में लिखा है -"Mamato" आज ही 50% कमीशन लाएं, घोटालों की फ्री होम डिलीवरी पाएं.'
बीजेपी हुई हमलावर
यूथ कांग्रेस के इस ट्वीट के बाद बीजेपी ,कांग्रेस पर हमलावर हो गई है. बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि अब कांग्रेस के पास मुद्दों पर बात करने के लिए कुछ नही है. उन्होंने कहा, 'मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने इन 18 सालों में विकास की इबारत लिख दी है. बीमारू राज्य से निकालकर प्रदेश को विकसित राज्य बनाया. अवसंरचना के क्षेत्र की बात करें प्रदेश की सड़कों से लेकर प्रदेश में विकास ,किसान,रोजगार हर क्षेत्र में मध्य प्रदेश आगे बढ़ा है. अब इनके पास कुछ नही है तो झूठे मुद्दे ले आए हैं. शिवराज सरकार की जो छवि है उसको खराब करने में लगे हुए हैं. इस तरह से युवक कांग्रेस ने मामाटो करके एक पोस्ट की.'
सलूजा ने कहा, 'यह पोस्ट आपत्तिजनक है प्रदेश की छवि खराब करने वाली है. इसको लेकर हम विधि विशेषज्ञों से भी सलाह कर रहे हैं. आवश्यकता पड़ने पर आवश्यक कानूनी कार्यवाही भी करेंगे लेकिन ऐसा लग रहा है कांग्रेस इसी डर्टी पालिटिक्स के सहारे चुनाव लड़ना चाहती है. वो प्रदेश की जनता को गुमराह करने में लगी है, लेकिन प्रदेश की हकीकत जानती है.'
बीजेपी भी जारी कर चुकी है इस तरह के अभियान
आपको बता दें कि बीजेपी भी इसी तर्ज पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ भी अभियान चला चुकी है. कुछ समय पहले भोपाल में कांग्रेस नेता कमलनाथ की तस्वीर वाले पोस्टर नजर आए थे जिसमें "वांटेड करप्शन नाथ" लिखा गया था. हालांकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इन पोस्टरों से बीजेपी का कोई लेना देना नहीं है. कांग्रेस में ही अंर्तद्वंद चल रहा है.
वहीं ''भ्रष्टाचार नाथ'' नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की गई, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधा गया. यहां भी भाजपा ने वेबसाइट के स्वामित्व पर दावा नहीं किया था. बाद में कांग्रेस पार्टी ने "50 प्रतिशत कमीशन" अभियान शुरू करके इसका जवाब दिया.