कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश में इलेक्शन कमेटी का ऐलान कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस कमेटी का हेड बनाया गया है. इसके अलावा पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह को समिति में शामिल किया गया है. इसके अलावा विधायक आरिफ मसूद को भी इस कमेटी में जगह दी गई है.
दरअसल, इस साल के अंत में मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस एमपी में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने की पूरी कोशिश में जुटी है. इसी क्रम में कांग्रेस ने हाल ही में 5 राज्यों के पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे.
सुरजेवाला को मिली MP की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को मध्य प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी देते हुए सीनियर पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इसके साथ ही पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं, मधुसूदन मिस्त्री को राजस्थान का सीनियर पर्यवेक्षक बनाया गया. सुरजेवाला कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभा चुके हैं. मध्य प्रदेश में उनके साथ चंद्रकांत हंडोरे को मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाया गया है, जो विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी का काम देखेंगे.
जिन 5 राज्यों में चुनाव, उनमें दो में कांग्रेस की सरकार
राजस्थान, छत्तीसगढ़, एमपी, तेलंगाना और मिजोरम में नवंबर-दिसंबर 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. राजस्थान, छत्तीसगढ़, एमपी में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. जबकि तेलंगाना में केसीआर की पार्टी टीआरएस और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट के नेतृत्व में NDA की सरकार बनी थी. हालांकि, मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद कांग्रेस के तमाम विधायक बीजेपी के खेमे में आ गए. इसके बाद कमलनाथ सरकार सिर गई. अभी राजस्थान, छत्तीसगढ़ में तो कांग्रेस की सरकार है, लेकिन एमपी में बीजेपी की सरकार है.