बैंक घोटाले में नाम आने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार पर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कस रहा है. जांच एजेंसी की ओर से उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया भी गया है. इस कानूनी उठापठक के बीच समाजसेवी अन्ना हजारे ने शरद पवार पर बयान दिया है. अन्ना हजारे का कहना है कि मैंने जो सबूत दिए हैं उसमें शरद पवार का नाम नहीं है.
हालांकि, अन्ना हजारे ने ये भी कहा कि ईडी ने किस आधार पर उनका नाम लिया है, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. लेकिन वह इतना जरूर कहते हैं कि जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. जो दोषी नहीं हैं उन पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.
समाजसेवी अन्ना हजारे ने मांग की है कि कमिश्नर जय जाधव जिन्होंने इस मामले में सही समय पर कारवाई नहीं की, उन पर भी FIR दर्ज करनी चाहिए.
आपको बता दें कि एमएससी बैंक मामले में ईडी ने शरद पवार का नाम इनफोर्समेंट केस इनफॉर्मशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) में शामिल किया है. बुधवार को शरद पवार ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और कहा था कि वह इस मामले में ईडी के सामने पेश होंगे. शरद पवार ने कहा कि मुझे संविधान और न्याय पर विश्वास है. महाराष्ट्र के इतिहास ने हमें दिल्ली की सत्ता के आगे झुकना नहीं सिखाया है.
को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला: शरद पवार बोले- शुक्रवार को ईडी के सामने पेश होऊंगा
गौरतलब है कि इस मामले में शरद पवार का नाम आने के बाद NCP के कार्यकर्ताओं ने मुंबई समेत अन्य इलाकों में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था और इस कार्रवाई को आने वाले महाराष्ट्र चुनाव से जोड़ा था. ED ने मंगलवार को इस मामले में NCP मुखिया शरद पवार के खिलाफ ईसीआईआर दर्ज की है. उनके अलावा अजित पवार, आनंद राव, जयंत पाटिल के खिलाफ स्टेट कोऑपरेटिव बैंक स्कैम मामले में ECIR दर्ज की गई है.
आखिर क्या है महाराष्ट्र का वो बैंक घोटाला जिसमें शरद पवार पर केस दर्ज हुआ है
इस महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक (Mharashtra State Co-Operative Bank) स्कैम मामले में शरद पवार और जयंत पाटिल समेत बैंक के अन्य डायरेक्टर के खिलाफ बैंकिंग और आरबीआई के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है.