राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक रमेश कदम को जेल के बजाय निजी काम के लिए एक फ्लैट में जाने की मोहलत देना पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया. पुलिस कमिश्नर ने विधायक की सुरक्षा में तैनात एक पुलिस अधिकारी को बर्खास्त कर दिया है, जबकि 4 को निलंबित कर दिया है.
दरअसल, एनसीपी विधायक रमेश कदम ने शुक्रवार को सीने में दर्द और असहज महसूस करने की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें दक्षिण मुंबई में ठाणे केंद्रीय कारागार से जे.जे. अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, डॉक्टर ने उन्हें सही पाया और वापस जाने के लिए कहा.
जेल वापसी के दौरान, सोलापुर के मोहोल से विधायक रमेश कदम ने कथित रूप से पुलिस से घोड़बंदर रोड स्थित एक फ्लैट में एक दोस्त से मिलने का आग्रह किया, जिसे पुलिस ने मान लिया.
आरोप है कि फ्लैट में, पांच सदस्यीय पुलिस टीम ने कुछ संदिग्ध पाया और परिसर की तलाशी ली, जिस दौरान उन्हें नकदी से भरे बैग बरामद हुए. इस दौरान वहां से 53 लाख 46 हजार रुपये जब्त किए गए.
इस मामले में चुनाव आयोग के अधिकारी भी नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि विधायक रमेश कदम वित्तीय अनियमितता के केस में अंडरट्रायल हैं और जेल में सजा काट रहे हैं. अब इस पूरे मामले की चुनाव की दृष्टि से भी जांच की जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ विधायक रमेश कदम की मदद करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी एक्शन ले लिया गया है.
रमेश कदम पर ये हैं आरोपएनसीपी विधायक रमेश कदम को 2015 में राज्य द्वारा संचालित अन्नुभाऊ साठे वित्तीय विकास परिषद में कथित वित्तीय अनियमितता के लिए गिरफ्तार किया गया था. कदम इस बार 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मोहोल से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ रहे हैं.