राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने 19 अक्टूबर को सतारा में मूसलाधार बारिश के दौरान एक चुनावी रैली की थी जिसमें लोकसभा उपचुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए उन्होंने वोट मांगा था. बारिश के दौरान भींगकर प्रचार करने की उनकी तस्वीर और वीडियो वायरल हो गया था.
78 साल के शरद पवार की ये मेहनत रंग लाई है. लोकसभा उपचुनाव में यहां एनसीपी ने बीजेपी को शिकस्त दे दी है. लोकसभा उपचुनाव के लिए एनसीपी ने श्रीनिवास पाटिल को विधानसभा सीट के लिए दीपक साहेबराव पवार को मैदान में उतारा था. श्रीनिवास पाटिल ने बीजेपी के उदयन राजे भोसले को 80 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है.
सतारा लोकसभा सीट पर चुनाव के ठीक पहले उदयनराजे भोसले ने एनसीपी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था, लेकिन यह दांव उदयन राजे भोसले को उल्टा पड़ा है.
बता दें कि उदयन राजे छत्रपति शिवाजी के वंशज हैं और बीजेपी को उम्मीद थी कि वो चुनाव में पार्टी के लिए ट्रंप कार्ड साबित होंगे लेकिन रुझानों में ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है.
19 अक्टूबर को सतारा में चुनाव प्रचार के दौरान बादलों की गरज के बीच शरद पवार ने कहा था कि, 'यह एनसीपी के लिए वरुण राजा का आशीर्वाद है. इससे राज्य में चमत्कार होगा और यह चमत्कार 21 अक्टूबर से शुरू होगा. मुझे इसका विश्वास है.'
सतारा एनसीपी के लिए महत्वपूर्ण सीट है, जहां लोकसभा उपचुनाव और विधानसभा चुनाव एकसाथ हुए हैं. दोनों जगहों पर एनसीपी को अपने पूर्व दिग्गज नेताओं से ही चुनौती मिली है.
बता दें कि उस दिन खराब मौसम की वजह से पार्टी के नेता रैली को रद्द करने के बारे में विचार कर रहे थे. तभी मूसलाधार बारिश से बिना घबराए शरद पवार मंच पर चढ़ गए और संबोधन शुरू कर दिया.
इस बीच उन्होंने केंद्र और राज्य की भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना सरकार पर उन्होंने जमकर निशाना साधा था. मूसलाधार बारिश से पहले मंच पर मौजूद पार्टी के वरिष्ठ नेता शुरुआत में तितर-बितर हो गए थे. फिर दोबारा संभलते हुए मूसलाधार बारिश के बीच शरद पवार की ओर से बीजेपी पर किए गए हमले पर उनका साथ देने लगे.