scorecardresearch
 

20 साल बाद मिलेंगे कांग्रेस-NCP? विलय पर बोले शिंदे- एक दिन साथ आएंगे

शिंदे ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी दोनों बराबर हैं. हम दोनों एक ही पेड़ के नीचे बड़े हुए हैं. इंदिरा गाधी और यशवंत राव चव्हाण के नेतृत्व में आगे बढ़े हैं. एक दिन दोनों साथ आएंगे.

Advertisement
X
कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे (फाइल फोटो- aajtak)
कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे (फाइल फोटो- aajtak)

Advertisement

  • कांग्रेस-एनसीपी के विलय पर सुशील कुमार शिंदे का बयान
  • शिंदे ने कहा- एक ही पेड़ के नीचे बड़े हुए, साथ आएंगे
  • 1999 में कांग्रेस से अलग होकर पवार ने बनाई थी NCP

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बड़ा बयान दिया है. शिंदे ने उम्मीद जाहिर की है कि भविष्य में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) एक साथ आएंगे.

सोलापुर में चुनाव प्रचार के दौरान सुशील कुमार शिंदे ने अपने सहयोगी दल एनसीपी को लेकर राय रखी. शिंदे ने कहा, 'कांग्रेस और एनसीपी दोनों बराबर हैं. हम दोनों एक ही पेड़ के नीचे बड़े हुए हैं. इंदिरा गाधी और यशवंत राव चव्हाण के नेतृत्व में आगे बढ़े हैं.'

इसके आगे शिंदे ने कहा कि साथ न आने का दिल में अफसोस है और मुझे उम्मीद है कि पवार (एनसीपी प्रमुख शरद पवार) को भी होगा. इस बयान के साथ ही शिंदे ने उम्मीद जताई कि एक दिन कांग्रेस इकट्ठा होगी.

Advertisement

पहले भी हो चुकी है विलय की चर्चा

लगातार चुनावी राजनीति में पिछड़ती जा रही कांग्रेस और एनसीपी के विलय की बात पहले भी हो चुकी है. लोकसभा चुनाव 2019 के बाद भी इसका जिक्र चला था, लेकिन शरद पवार ने आधिकारिक तौर पर इसे नकार दिया था. हालांकि, इसके बाद एक इंटरव्यू में पवार ने बताया था कि कांग्रेस को लगता है दोनों पार्टियों को साथ आना चाहिए.

अब सुशील कुमार शिंदे के बयान ने इस चर्चा को और हवा दे दी है. सूत्रों के मुताबिक, दोनों दलों के विलय में लीडरशिप एक बड़ी अड़चन है. ये भी चर्चा का केंद्र है कि क्या कांग्रेस विलय की स्थिति में पवार और उनके ग्रुप को नेतृत्व सौंपेगी या नहीं.

अलायंस नहीं, अंडरस्टैंडिंग: बीजेपी-शिवसेना के खिलाफ यूं साथ आए राज ठाकरे और शरद पवार

बता दें कि शरद पवार देश के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते हैं. पवार ने जवाहर लाल नेहरू के वक्त में कांग्रेस ज्वाइन की थी और यूथ कांग्रेस से अपनी पारी का आगाज किया था. लंबे समय तक कांग्रेस के साथ रहने के बाद 1999 में पवार कांग्रेस से अलग हो गए थे और अपनी पार्टी एनसीपी का गठन कर लिया था. पवार ने कांग्रेस के नेतृत्व के मसले पर ही पार्टी छोड़ी थी.

Advertisement

अब जबकि दोनों दल महाराष्ट्र में मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और अपने-अपने वजूद को कायम रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे में दोनों पार्टियों के विलय पर शिंदे का बयान काफी महत्वपूर्ण है.

Advertisement
Advertisement