पूर्वोत्तर में कांग्रेस का आखिरी किला मिजोरम ढह गया है. मिजोरम से सभी नतीजे आ गए हैं. यहां पर 10 सालों से सत्ता पर काबिज कांग्रेस को जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. राज्य में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. मिजोरम के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता लाल थनहावला मंगलवार को चंपई दक्षिण और सेरछिप विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार गए. थनहावला ने दोनों विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. चंपई दक्षिण में, कांग्रेस नेता को मिजो नेशनल फ्रंट के टी.जे. लालनुन्टुआंगा ने 1,049 मतों से हराया, जबकि सेरछिप में निर्दलीय उम्मीदवार लालदुहोमा ने उन्हें 410 मतों से हराया. राज्य में दस वर्षो तक मुख्यमंत्री रहने वाले थनहावला ने सेरछिप विधानसभा क्षेत्र से पिछले चुनाव में 734 मतों से जीत दर्ज की थी. इस बार यहां पर कांग्रेस को मात्र 5 सीटें मिली है.
यहां देखिए 5 राज्यों के सबसे तेज नतीजे
मिजोरम में विपक्षी गठबंधन मिजो नेशनल फ्रंट राज्य में सरकार बनाने जा रही है. पार्टी को 26 सीटों पर जीत हासिल हुई है. 40 सदस्यों वाली मिजोरम विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 21 सीटें चाहिए. इस राज्य में बीजेपी ने पहली बार अपना खाता खोला है. बीजेपी के एक कैंडिडेट को तुइचवांग सीट पर जीत मिली है. यहां पर बीजेपी के बुद्धाधन चकमा ने जीत हासिल की है. अन्य दलों के उम्मीदवारों ने 8 सीटों पर जीत हासिल की है. मिजोरम में विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुए थे. राज्य में लगभग 80.5 फीसदी मतदान हुआ था.
इस चुनाव में कांग्रेस और एमएनएफ ने 40-40 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. हालांकि चुनाव में एमएनएफ को बीजेपी का समर्थन हासिल था. बता दें कि साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 34 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि मिजो नेशनल फ्रंट के खाते में 5 और मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस की झोली में 1 सीट आई थी.