गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा हार्दिक, जिग्नेश और अल्पेश का नाम सुर्ख़ियों में छाया रहा, लेकिन एक नेता ऐसा भी रहा जो गुमनामी में रहते हुए चुनाव में स्टार साबित हुआ. इस नेता का नाम है छोटू भाई वसावा.
चौंकाने वाली बात तो यह कि आदिवासी नेता छोटू भाई वसावा की नई नवेली पार्टी भारतीय ट्राइबल पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में 2 सीटें जीतीं हैं. इनमें झगडिया से छोटू भाई वसावा और डेडीपाडा सीट से महेश भाई वसावा ने जीत दर्ज की है. बता दें कि महेश छोटू भाई वसावा के बेटे हैं.
वसावा को इस चुनाव का स्टार इसीलिए कहा जा रहा है क्योंकि उन्होंने चुनाव के एक हफ्ते पहले नई पार्टी बनाई और दो सीटों पर जीत दर्ज की. बता दें कि छोटूभाई वसावा आदिवासियों के फायर ब्रैंड नेता कहे जाते हैं. अपनी पार्टी बनाने के पहले वे जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में थे.
राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल को वोट देने पर जेडीयू ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था. इसके बाद उन्होंने अपनी भारतीय ट्राइबल पार्टी बनाई और दो सीटें भी जीती. उन्हें कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया था और अपने पार्टी के उम्मीदवार भी नहीं उतारे थे.
गौरतलब है कि छोटू भाई वसावा उस वक्त सुर्ख़ियों में आए थे जब उन्होंने अमित शाह पर आरोप लगाया था कि राज्यसभा में अहमद पटेल को वोट देने के कारण शाह और गुजरात सरकार मेरी हत्या कराना चाहते हैं. वसावा ने अपने वीडियो को फेसबुक पर अपलोड कर चुनाव आयोग से मदद भी मांगी थी.