मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को हुए मतदान में शुरुआती आंकड़ों के अनुसार 82 फीसदी मतदान होने की खबर है. मतदान अपराह्न् तीन बजे समाप्त हो गया.
पिछले एक सप्ताह के दौरान श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों और उग्रवादी खतरों के बावजूद लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने घरों से निकले हैं और वे मतदान केंद्रों पर कतारबद्ध खड़े रहे.
तिपाईमुख विधानसभा क्षेत्र में घटी हिंसा की एक घटना को छोड़कर बाकी पूरे राज्य में मतदान शांतिपूर्वक रहा. वहां कुछ नाराज मतदाताओं ने एक मतदान केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों को गोली चलानी पड़ी, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ.
राज्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान 2,357 मतदान केंद्रों पर हो रहा है, जिनमें से 875 केंद्र अति संवेदनशील हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी.सी. लवमकुंगा ने कहा, लवमकुंगा ने कहा, 'स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी ऐहतियात बरते गए हैं.' उन्होंने कहा कि फर्जी मतदान या अन्य किसी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर वीडियो कैमरे लगाए गए हैं.
मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह और उनकी पत्नी लनधोनी देवी ने सुबह लगभग 7.30 बजे खंगबोक विधानसभा क्षेत्र में थौबल अफोकपाम लोवर प्राइमरी स्कूल में मतदान किया.
मुख्यमंत्री ने वोट डालने के बाद कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि कांग्रेस लगभग 45 सीटें हासिल करेगी. लेकिन कम से कम 35 सीटें तो हम हर हाल में जीत रहे हैं.' राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके इबोबी ने कहा कि राज्य में 80 प्रतिशत से अधिक मतदान की सम्भावना है.
बड़ी संख्या में लोग अपने मताधिकारों का प्रयोग करने मतदान केंद्रों पर उमड़ पड़े.
मतदान से एक दिन पूर्व संदिग्ध उग्रवादियों ने मणिपुर की राजधानी में इम्फाल पश्चिम जिले के तहत आने वाले थंगमेइबान लाइकमदिवान लेइकी मुहल्ले में एक बम विस्फोट किया था. शुक्रवार के इस विस्फोट में एक व्यक्ति को मामूली चोटें आई थीं.
राज्य निर्वाचन प्रशासन ने सुचारू मतदान के लिए राज्य पुलिस बल के जवानों के अतिरिक्त केंद्रीय सैनिक बलों की 350 कम्पनियों का इस्तेमाल किया.
मतदान में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया.