2012 के चुनावी दंगल की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. यूपी चुनाव में देश की सभी बड़ी पार्टियों की साख दांव पर होगी. चुनाव से पहले क्या है यूपी की जनता का मूड.
मायावती सरकार के कामकाज पर क्या कहना है मतदाताओं का. क्या राज्य में बदलाव चाहती है जनता या मायावती के कामकाज से खुश हैं लोग? राहुल गांधी के यूपी दौरे का क्या असर हुआ है. नए मुख्यमंत्री के तौर पर यूपी की जनता की पहली पसंद कौन हैं? इन तमाम सवालों के जवाब मिले हैं इंडिया टुडे-ओरआरजी के ओपिनियन पोल में.
मायावती सरकार के 5 साल के कामकाज को कैसे देखते हैं?
पार्कों पर करोड़ो खर्च करने के मायावती सरकार के फैसले से सहमत हैं या असहमत?
क्या मायावती सरकार 5 साल में दलित समुदाय की उम्मीदों पर खरी उतरीं?
बेहतर शासन के लिए उत्तरप्रदेश के बंटवारे का समर्थन करते हैं या विरोध.
मौजूदा मायावती सरकार को दोबारा चुनना चाहते हैं या चाहते हैं कि बदले सरकार?
राहुल गांधी का दलितों के घर जाना ईमानदार कोशिश है या पॉलिटिकल स्टंट?
लोकपाल बिल पास न होने पर कांग्रेस के खिलाफ वोट करने की अन्ना की अपील मानेंगे?
पिछड़े मुस्लिमों के लिए आप नौकरियों में आरक्षण का समर्थन करते हैं या विरोध?
राज्य में मुस्लिमों की हितों की रक्षा सबसे बेहतर कौन सी पार्टी कर सकती है?
राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में आप किसे देखना चाहते हैं?
अगर अभी चुनाव हुआ तो आप किस पार्टी को वोट देंगे?