तामिलनाडु में आजतक-हेडलाइन्स टुडे-ओआरजी सर्वे के मुताबिक सत्ता के करीब एक बार फिर करूणानिधि की डीएमके है. हांलाकि उन्हें पिछली बार से सीटों का घाटा है.
दिलचस्प बात ये है कि जयललिलता की सीट तो बढ़ती दिख रही हैं पर वो सत्ता के करीब नहीं पहुंच पा रही हैं. यहां डीएमके के पक्ष में 3 फीसदी स्विंग है जबकि एआईडीएमके के पक्ष में 7 फीसदी स्विंग है.
जयललिता की एआईडीएमके की पूरी तस्वीर पर नजर डालें तो एआईडीएमके को 105-120 सीट मिलती दिख रही हैं. उन्हें कुल पड़े वोटों का 47 फीसदी हिस्सा मिलता दिख रहा है.
हांलाकि जयललिता गठबंधन को 36 से 51 सीटों का फायदा हो सकता है पर उनके वोट प्रतिशत में 7 फीसदी की गिरावट दिख रही है.
2006 विधानसभा में जयललिलता गठजोड़ को 69 सीट मिलीं थीं और उनका वोट प्रतिशत 40 था. इस तरह से एआईडीएमके की जो मुकम्मल तस्वीर उभर कर सामने आती है उसमें जयललिता के गठबंधन को 105-120 सीट, 47 फीसदी वोट, और 2006 की अपेक्षा 36 से 51 सीटों का फायदा दिखता है.
जयललिता के गठबंधन को 105-120 सीट, 47 फीसदी वोट, और 2006 की अपेक्षा 36 से 51 सीटों का फायदा दिखता है. जबकि उनका वोट प्रतिशत 7 फीसदी घट सकता है.
2006 विधानसभा में जयललिलता गठजोड़ को 69 सीट मिलीं थीं और उनका वोट प्रतिशत 40 था.
करुणानिधि का अलग-अलग ब्योरा समझने की कोशिश करें तो पोस्टपोल के मुताबिक डीएमके को 115 से 130 सीट मिल सकती हैं. उन्हें कुल पड़े वोटों का 48 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
जयललिता की एआईडीएमके को 105 से 120 सीटें मिलती दिख रही हैं.
डीएमके के पक्ष में 3 फीसदी स्विंग है जबकि एआईडीएमके के पक्ष में 7 फीसदी स्विंग है.
अन्य के खाते में यहां कुछ भी जाता नहीं दिख रहा है.