चुनावी महाभारत के अंतिम चरण के प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को वाराणसी में कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के लिए रोड शो किया. रोड-शो के दौरान बिस्मिल्ला खां के बेटों ने शहनाई भी बजाई और राहुल गांधी को बिस्मिल्ला खां का चित्र भी भेंट किया गया.
उनके इस शक्ति प्रदर्शन में बिस्मिल्ला खां के बेटों की शहनाई की धुन और 'रघुपति राघव राजाराम' की गूंज भी सुनाई दी.
कहा जा रहा है कि वाराणसी में राहुल का रोड शो, अमेठी में मोदी की रैली का जवाब है. दरअसल, मोदी ने कुछ दिन पहले अमेठी में चुनावी सभा करके राहुल गांधी को कड़ी चुनौती दी थी.
वाराणसी में राहुल गांधी की रैली में जबरदस्त जनसैलाब उमड़ा.
हाल ही में फैजाबाद में मोदी की हुई एक रैली के मंच पर भगवान राम की तस्वीर लगाई गई थी, जिस पर काफी विवाद हुआ था. ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस ने उसी की काट में आज राहुल के रोड-शो के दौरान 'रघुपति राघव राजाराम' की धुन का सहारा लिया.
राज बब्बर ने कहा कि राहुल के समर्थन में वाराणसी की आम जनता आज सड़कों पर है.
रोड शो के लिए राहुल के साथ वाराणसी पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद.
राहुल का रोड शो गोलगड्डा, पीलीकोठी, विश्वेश्वरगंज, मैदागिन, कबीरचौरा, पिपलानी कटरा, लहुराबीर, चेतगंज, बेनियाबाग, नई सड़क, गोदौलिया, जंगमबाड़ी, मदनपुरा, बंगाली टोला, सोनारपुरा, भदैनी, अस्सी होते हुए लंका पहुंचा। पूरे मार्ग पर स्वागत द्वार बनाए गए थे.
करीब दस किलोमीटर के रोड शो में राहुल गांधी के साथ गुलाम नबी आजाद व राज
बब्बर समेत कई कांग्रेसी दिग्गज शामिल रहे. इस दौरान जगह-जगह राहुल पर फूल
भी बरसाए गए.
राहुल गांधी के रोड-शो मे मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने की भरपूर कोशिश की
गई. शायद इसीलिए रोड-शो का रास्ता भी मुस्लिम बाहुल्य इलाके से होकर तय
किया गया.