गुजरात विधानसभा चुनाव 2012 के चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, गुजरात में केवल एक आदमी के सपने पूरे हो रहे हैं. आम आदमी की सुनी नहीं जाती.
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने हेडलाइंस टुडे से बात करते हुए कहा था कि गुजरात के मुसलमान पश्चिम बंगाल के मुस्लिमों से बेहतर जीवन जी रहे हैं. रविशंकर प्रसाद ने मोदी को भाजपा का सबसे ऊंचे कद वाला नेता भी बताया.
कांग्रेस अध्यक्ष ने गुजरात में प्रचार के दौरान कहा कि मोदी सरकार जन-विरोधी है.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि गुजरात में भाजपा लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करेगी.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी गुजरात में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि गुजरात में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है.
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार में सोनिया गांधी के आरापों के जवाब में कहा कि कोई कैसे मान सकता है कि गुजरात की सड़कें टूटी फूटी हैं और किसान त्रस्त हैं.
नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, हम अल्पसंख्यकों और बहुसंख्यकों में कोई फर्क नहीं करते. हम गुजरात के छह करोड़ लोगों के लिए काम करते हैं और सब एक समान हैं.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार गुजरात में 20 दिसंबर को एक और दिवाली मनाई जाएगी.
मनीष तिवारी ने चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि गुजरात में सामने आए 17 बड़े घोटालों की वजह से एक लाख करोड़ का नुकसान हुआ है. इससे गुजरात सरकार का चेहरा बेनकाब हुआ है.
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने एक रैली में कहा था कि नरेंद्र मोदी गुजरात में एक सुल्तान की तरह शासन करना चाहते हैं. गुजरात के लोगों को इसे रोकना होगा.
गुजरात के बारे में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी के चलते गुजरात ने विकास के नए आयाम छुए हैं. सभी मुख्यमंत्रियों के लिए वे रोल मॉडल हैं.