बहुजन समाज पार्टी
ताकतः सत्ता पर पकड़, दलितों खासकर जाटवों का साथ, चुनावी तैयारी में आगे.
कमजोरीः अपराधी-माफिया को आगे बढ़ाने में वह सपा का असल विकल्प साबित हुई.
अवसरः बहुजन हित को सर्वजन हित में कितना बदल पाई हैं, इसका पता चलेगा.
खतरेः भाजपा के थोड़ा मजबूत होने से सवर्ण मतदाता छिटक सकते हैं. सत्ता विरोधी रुझान का भी नुक्सान.
कांग्रेस
ताकतः 1989 से सरकार से बाहर पार्टी में पहली बार टिकटार्थियों की भीड़ बढ़ी.
कमजोरीः प्रदेश नेताओं की खींचतान जो टिकट बंटवारे में नजर आ रही है.
अवसरः भावी प्रधानमंत्री माने जा रहे राहुल गांधी के लिए ये चुनाव अपनी धमक साबित करने का मौका हैं.
खतरेः केंद्र सरकार के खिलाफ देश भर में जो माहौल है, उससे पार पाना पार्टी के लिए बहुत बड़ी चुनौती.
भारतीय जनता पार्टी
ताकतः 2002 के बाद पहली बार कार्यकर्ता थोड़े उत्साहित दिख रहे.
कमजोरीः प्रदेश के बड़े नेताओं की आपसी खींचतान.
अवसरः सरकार बनी तो केंद्र में आने का सपना देख रही पार्टी के लिए सीढ़ी बनेगी.
खतरेः चुनाव बाद बसपा-भाजपा सरकार की चल रही फुसफुसाहट को न रोका तो मायावती के खिलाफ व्याप्त गुस्से का खामियाजा वह भी भुगतेगी.
समाजवादी पार्टी
ताकतः विपक्षी दलों में पहले टिकट घोषित किए. मजबूत विकल्प.
कमजोरीः समर्थकों में बिखराव. मुखिया की सेहत अच्छी नहीं.
अवसरः मुलायम सिंह के सक्रिय राजनैतिक जीवन का यह आखिरी चुनाव हो सकता है, सो, पूरी पार्टी के लिए निर्णायक.
खतरेः बेनीप्रसाद वर्मा के जाने से कुर्मी मतदाता खिसके. मुसलमानों पर पहले जैसी पकड़ नहीं. यादव मतदाता भी
अब अंधभक्त नहीं.
छोटे दल और निर्दलीय
ताकतः त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में छोटे दल ही निर्णायक.
कमजोरीः बड़े दलों में किसी से गठबंधन के आसार कम. सौदेबाजी तो अभी जारी. अवसरः किसी बड़े दल के साथ हो जाएं, वरना सिर्फ वोट काटने वाले रह जाएंगे.
खतरेः 2007 में बसपा को मिले बहुमत से फुटकर पार्टियों-विधायकों के मंत्री बनने के सपने धरे रह गए. कहीं पुनरावृत्ति न हो.
जनता का झुकाव सपा की ओर है. चुनौती जनभावना की कद्र करने, विश्वास को बरकरार रखने की है.
-मुलायम सिंह यादव, सपा प्रमुख
बसपा आज भी सबसे ताकतवर है. अगली सरकार हमारी ही बनेगी.
-मायावती, मुख्यमंत्री
यहां सिर्फ और सिर्फ विकास चुनावी मुद्दा है. मध्य प्रदेश का प्रयोग यहां दोहराया जाएगा.
-उमा भारती, भाजपा नेता
सोनिया जी-मनमोहन सिंह जैसे नेताओं का फायदा हमें चुनाव में मिलेगा.
-रीता बहुगुणा जोशी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
पश्चिम में हमारी बसपा से लड़ाई है. विपक्ष के बिखरे होने के बाद भी बसपा हारेगी.
-अजित सिंह, रालोद प्रमुख