सोमवार शाम 5 बजे गुजरात में दूसरे दौर का मतदान संपन्न हो गया.
इस चरण में 95 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ.
182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा के लिए वोटों की गिनती 20 दिसंबर को होगी.
इस चरण में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 820उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है.
पिछले 13 दिसंबर को हुए पहले चरण के चुनाव में भी रिकॉर्ड 70.75 फीसदी मतदान हुआ था.
आजतक-ओआरजी पोस्ट पोल सर्वे के मुताबिक नरेंद्र मोदी गुजरात में हैट्रिक लगाते नजर आ रहे हैं.
सर्वे के मुताबिक गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से BJP को 118 से 128 सीटें मिलने का अनुमान है.
कांग्रेस को 50 से 56 सीटें मिलने का अनुमान है. जबकि गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) को 1 से 2 और अन्य को 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं.
गुजरात बीजेपी प्रवक्ता जगदीश भावसर ने कहा कि ये बीजेपी और मोदी के नेतृत्व में लड़े चुनाव की जीत है.
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने दावा किया कि 90 से ऊपर जाएंगी हमारी सीटें, 20 दिसंबर का कर रहे हैं इंतजार.
जीपीपी पार्टी के नेता गोर्धन झड़फिया ने कहा कि केशुभाई पटेल जमीनी नेता है और असल परिणाम 20 दिसंबर को ही पता चलेगा.
कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है.
कांग्रेस का कहना है कि नरेंद्र मोदी वोट डालने के लिए पूरे लाव-लश्कर के साथ पहुंचे.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कद्दावर नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के भाग्य का फैसला करने के लिए गुजरात विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के तहत सोमवार को मतदान हो रहा है.
गुजरात की जनता ने गुजरात का अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करना शुरु कर दिया है. इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शंकर सिंह वाघेला को पूरा भरोसा है कि इस बार सत्ता पर कब्जा पंजा का ही होगा.
अंतिम चरण में कच्छ, उत्तरी एवं मध्य गुजरात में मतदान हो रहा है. इसमें 23318 वोटिंग मशीनों का प्रयोग किया जाएगा.
सोमवार को लगभग 198 लाख मतदाता 95 विधानसभा क्षेत्रों में अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे.
उत्तर गुजरात में 32 सीटें हैं, इन 32 सीटों में से 22 सीटों पर लगातार चार बार से बीजेपी चुनाव जीतती आ रही है.
सेंट्रल गुजरात में 57 सीटें हैं यहां 8 सीटें ऐसी हैं जहां 95 से अबतक हर चुनाव में बीजेपी ही जीतती आई है.
विधानसभा चुनावों के लिहाज से कच्छ जिले में छह सीटें हैं- अबडासा, मांडवी, भुज, अंजार, गांधीधाम और रापर. नये सीमांकन में गांधीधाम नामक नई सीट अस्तित्व में आई है, जबकि मुंद्रा नामक सीट का अस्तित्व खत्म हो गया है.
इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है उसमें भाजपा के दिवंगत नेता हरेन पांड्य़ा की पत्नी जागृति एलिसब्रिज (अहमदाबाद) और मोदी के विश्वसनीय अमित शाह नारायणपुरा से हैं.
गुजरात चुनाव के अंतिम चरण में 10126 मतदान केंद्रों पर हिंसा की आशंका है.
अंतिम चरण में 284 निर्दलीय भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाता जमा होने लगे.
गुजरात चुनाव के अंतिम चरण में 10126 मतदान केंद्रों पर हिंसा की आशंका है. इसलिए मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए.
अंतिम चरण में साबरकांठा जिले केल हिम्मतनगर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 18 उम्मीदवार मैदान में हैं.
आखिरी दौर के चुनाव में दाहोद जिले के फतेहपुरा विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम तीन उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.
आखिरी दौर के चुनाव में भाजपा ने सभी 95 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं तो कांग्रेस 92 और केशुभाई पटेल की गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) ने 84 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.
मतदाताओं ने अपने मत डालकर 820 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में बंद कर दी. उम्मीदवारों में 49 महिलाएं भी हैं.
अंतिम दौर में राज्य की कुल 182 में से 95 सीटों पर मतदान हुआ.
लाल कृष्ण आडवाणी भी वोट देने पोलिंग बूथ पहुंचे. उन्होंने कहा चुनाव आयोग को ध्यान रखना चाहिए था कि जब दो राज्यों में चुनाव थे तो गुजरात और हिमाचल के वोटों की गिनती करने में इतना अंतराल नहीं होना चाहिए था.
प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री व सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में आरोपी अमित शाह अहमदाबाद शहर से सटे नारायणपुरा विधानसभा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
गुजरात की राजस्व मंत्री आनंदी पटेल भी वोट देने पहुंची.
अरुण जेटली भी गुजरात विधानसभा चुनाव में वोट देने पहुंचे.
अरुण जेटली को बीजेपी की जीत का भरोसा है. जेटली ने कहा कि गुजरात में 71 प्रतिशत मतदान पिछली बार सर्वाधिक मतदान से 6.7 प्रतिशत ज्यादा है. आम गुजराती मतदाताओं में पैदा उत्साह के कारण ऐसा हुआ है और इसकी वजह मोदी सरकार से राज्य को मिल रही दिशा है.
राज्य में पहले चरण में 13 दिसम्बर को मतदान हुआ था, जिसमें 68 प्रतिशत मतदाताओं ने हिस्सा लिया.
अब चुनाव के परिणाम बताएंगे कि मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्ता में हैट्रिक होगी या नहीं.