पुदुचेरी में कांग्रेस गठबंधन की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. एक और कांग्रेसी विधायक ने अपना इस्तीफा दे दिया है. कामराज सीट से कांग्रेस विधायक ए जॉन कुमार ने मंगलवार को 'कांग्रेस सरकार के असंतोष' का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जॉन कुमार ने स्पीकर वी शिवकोलन्थु को अपना त्याग पत्र सौंपा.
बताया जा रहा है कि ए जॉन कुमार जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इससे पहले कांग्रेस विधायक मल्लदी कृष्ण राव, नमिचीवम और थिपिनदान अपना इस्तीफा दे चुके हैं. चार कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री नारायणसामी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. हालांकि, नारायणसामी का कहना है कि हम बहुमत साबित करेंगे.
इस बाबत समाज कल्याण मंत्री कंधासामी ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 5 साल तक पीएम नरेंद्र मोदी और एलजी किरण बेदी ने कांग्रेस-डीएमके गठबंधन सरकार के लिए कई बाधाएं खड़ी की हैं, चूंकि चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है, इसलिए सीएम नारायणसामी ने सरकार को भंग करने के लिए कैबिनेट बैठक बुलाई है.
वहीं, पुदुचेरी बीजेपी के सह प्रभारी राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि अधिकांश कांग्रेसियों के लिए यह स्पष्ट हो गया है कि वे एक ऐसी पार्टी में हैं, जिसके नेतृत्व में भ्रष्टाचार, झूठ, पाखंड और विरासत की राजनीति है, कांग्रेसियों को समझ आ गया है कि भारत की जनता अब कांग्रेस के साथ नहीं है.
33 सदस्यीय विधानसभा में 30 सदस्य निर्वाचित और तीन मनोनित होते हैं. इसमें से कांग्रेस ने 2016 के विधानसभा चुनावों में 15 विधानसभा सीटें जीती थीं. कांग्रेस को तीन डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन मिला था, लेकिन अब सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या 10 हो गई है. चार विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि एक को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण निकाला जा चुका है.
वहीं, 2016 के विधानसभा चुनाव में AINRC को सात सीटें, जबकि AIADMK में चार सीटें मिली थी. सदन में भारतीय जनता पार्टी के तीन नामित सदस्य हैं. यानी पक्ष और विपक्ष दोनों के पास 14-14 विधायक हैं. पुदुचेरी में तमिलनाडु के साथ चुनाव होना है, जिसकी तारीखों का ऐलान जल्द हो सकता है.