भारतीय चुनाव आयोग ने देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया है. ये पांच राज्य पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु और पुडुचेरी हैं. चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस करके ऐलान किया है कि पुडुचेरी में 6 अप्रैल को चुनाव होने हैं. पुडुचेरी का चुनाव एक ही चरण में होना है. नीचे पुडुचेरी विधानसभा चुनावों से संबंधित तारीखें हैं:
चुनाव की अधिसूचनाः 12 मार्च
नामांकन की आखिरी तिथिः 19 मार्च
नामांकन पत्रों की जांचः 28 मार्च
नाम वापसी की तिथिः 22 मार्च
मतदान की तिथिः 6 अप्रैल
मतगणना की तिथिः 2 मई को आएंगे नतीजे
पुडुचेरी में हाल ही में राष्ट्रपति शासन लग चुका है. पुडुचेरी की कांग्रेस सरकार गिर जाने के बाद हाल ही में वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है. पुडुचेरी विधानसभा में 30 सीटों पर चुनाव होता है, इसके अलावा विधानसभा में 3 सदस्यों को नामित किया जाता है.
पुडुचेरी में पिछले विधानसभा चुनावों को ही देखें हैं तो यहां कांग्रेस ने साल 2016 विधानसभा चुनावों में कुल 15 सीटें जीती थीं, DMK के साथ गठबंधन करके कांग्रेस ने पुडुचेरी में सरकार बना ली थी. इसके अलावा मुख्य विपक्षी दल एआईएनआरसी (AINRC) को उस चुनाव में 8 सीटे मिलीं थीं. साल 2016 से लेकर अब तक कांग्रेस सरकार बिना किसी मुश्किल के चलती रही लेकिन विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही पुडुचेरीमें कांग्रेस का खेल बिगड़ गया. कांग्रेस के चार विधायकों ने कांग्रेस से बगावत करते हुए इस्तीफा दे दिया. जिनमें से दो ने तुरंत ही भाजपा ज्वाइन कर ली थी.
राज्यपाल से मिलने के बाद कांग्रेस सरकार ने सदन में बहुमत साबित करने की कोशिश की, लेकिन नहीं कर सकी. इसके बाद राष्ट्रपति कोविंद ने वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया है.
अगर साल 2016 के पुडुचेरी विधानसभा चुनाव को पार्टी-वाइज देखें तो कांग्रेस ने कुल 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 15 सीटों पर कांग्रेस विजयी रही. जबकि DMK ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 2 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हो पाई. वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी AINRC (All India N.R. Congress) ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन 8 सीटों पर ही जीत दर्ज करने में कामयाब हो सकी.
इसके अलावा AIADMK ने भी 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन 4 सीटों पर ही कामयाबी मिली. वहीं भाजपा जिसे अबकी बार एक प्रमुख दावेदार की तरह माना जा रहा है उसने भी पिछली बार 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन भाजपा को उस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिल सकी थी. इसके अलावा एक निर्दलीय उम्मीदवार भी एक सीट जीतने में कामयाब रहे थे.
चुनाव परिणामों के बाद कुल 30 सीटों में से कांग्रेस और DMK के गठबंधन के पास 17 सीटों के साथ बहुमत था. इस तरह साल 2016 में पुडुचेरी में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी और कांग्रेस नेता वी. नारायणसामी पुडुचेरी के मुख्यमंत्री बने थे.