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केजरीवाल के रोड शो में ढोल बजाते दिखे बच्चे, चुनाव आयोग जा सकती है कांग्रेस

आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पटियाला में रोड-शो करते दिखे. हालांकि उनके इस रोड शो के दौरान कुछ बच्चों के ढोल बजाने को लेकर विवाद भी हो गया. कांग्रेस की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने ढोल बजाने के लिए बच्चों के इस्तेमाल को शर्मनाक वाकया बताया. आशा कुमारी ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग जाने और अन्य कानूनी तरीके अपनाने का भी संकेत दिया.

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सुमित ने बताया कि ढोल बजाने के लिए उसे 4500 रुपये दिए गए
सुमित ने बताया कि ढोल बजाने के लिए उसे 4500 रुपये दिए गए

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पंजाब में 4 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है, इस समर में उतरी राजनीतिक पार्टियों का प्रचार भी रफ्तार पकड़ता जा रहा है. शुक्रवार को पंजाब में ऐसा ही देखने को मिला, जब शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जालंधर में रैली की, तो वहीं कांग्रेस की ओर से इसके उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोर्चा संभालते हुए कई रैलियों को संबोधित किया. दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पटियाला में रोड-शो करते दिखे.

हालांकि केजरीवाल के इस रोड शो के दौरान कुछ बच्चों के ढोल बजाने को लेकर विवाद भी हो गया. कांग्रेस की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने ढोल बजाने के लिए बच्चों के इस्तेमाल को शर्मनाक वाकया बताया. आशा कुमारी ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग जाने और अन्य कानूनी तरीके अपनाने का भी संकेत दिया.

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पटियाला सीट पर कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के जनरल जेजे सिंह के मुकाबले आम आदमी पार्टी ने डॉ. बलबीर सिंह को मैदान में उतारा है. यहां केजरीवाल के रोड शो के दौरान डॉ. बलबीर सिंह के साथ भगवंत मान भी मौजूद थे.

केजरीवाल के पूरे रोड-शो के दौरान AAP के कार्यकर्ता ढोल की थाप पर पार्टी के समर्थन में नारे लगाते दिखे. वहीं इस रोड शो के दौरान कुछ नाबालिग लड़के ढोल बजाते दिखे.

यहां ढोल बजाने वाले एक लड़के सुमित ने बताया कि उन्हें माजरी से रोड शो के लिए बुलाया गया है. सुमित ने अपनी उम्र 14 साल और तीन अन्य साथियों की उम्र 13 से 15 साल के बीच बताई. सुमित ने ये भी बताया कि रोड शो में ढोल बजाने के लिए उन्हें 4500 रुपये देकर बुलाया गया.

सुमित के मुताबिक, वह और उसके साथी अन्य कार्यक्रमों में ढोल बजाने के लिए दूसरे शहरों में भी जाते हैं. कहां जाकर ढोल बजाना है, उसी हिसाब से वह अपनी फीस वसूलते हैं.

इस मामले पर कांग्रेस की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने कहा कि पैसे देकर बच्चों का ढोल बजाने के लिए इस्तेमाल करना शर्मनाक है. ये बाल श्रम कानूनों के खिलाफ है. आशा कुमारी ने इस प्रकरण की चुनाव आयोग से शिकायत करने की बात भी कही. आशा कुमारी के मुताबिक केजरीवाल समर्थन नहीं मिलता देख पैसों के बल पर हर काम करा रहे हैं, एनआरआई को भी पैसे देकर लाया जा रहा है.

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