कांग्रेस ने पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपने 61 उम्मीदवारों की पहली सूची गुरुवार को जारी की जिसमें पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह, राजिंदर कौर भट्ठल, विधायक दल के नेता चरणजीत सिंह चन्नी और सुनील जाखड़ को चुनावी मैदान में उतारा गया है.
पार्टी ने 31 मौजूदा विधायकों को बरकरार रखा है जबकि परनीत कौर समेत केवल तीन को सूची में शामिल नहीं किया गया है. परनीत कौर ने पटियाला शहरी विधानसभा सीट से अपने पति अमरिंदर सिंह के लिए रास्ता साफ किया.
कांग्रेस ने मजबूत विश्वसनीयता एवं जीतने की उम्मीद के आधार पर 7 नए चेहरों को शामिल किया है. सूची में पांच युवा नेता, 6 महिलाएं, आठ पूर्व विधायक एवं एक पूर्व सांसद शामिल हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में केंद्रीय निर्वाचन समिति ने पूर्व में इन नामों को हरी झंडी दी थी.
अमरिंदर ने कहा कि बहुत अधिक प्रत्याशी होने के कारण जो लोग विधानसभा चुनाव की अंतिम सूची में जगह नहीं बना पाए हैं, उन्हें पार्टी की सरकार बनते ही उसमें शामिल किया जाएगा. उन्होंने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पंजाब में पार्टी की जीत के लिए मिलकर प्रचार करने और एकजुट होकर काम करने की अपील की.
Congress releases list of 61 candidates for upcoming Legislative Assembly elections in Punjab pic.twitter.com/k7Ee73jG8w
— ANI (@ANI_news) December 15, 2016
जालंधर जिले की 9 विधानसभा सीटों में से केवल एक सीट के लिए प्रत्याशी के नाम की घोषणा हुई है. जालंधर केंद्रीय विधानसभा के लिए पार्टी ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष (शहरी) राजिंदर बेरी को उम्मीदवार बनाया है. बाकी आठ विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान अभी नहीं हुआ है.
प्रदेश कांग्रेस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 61 उम्मीदवारों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह, मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भतीजे तथा पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल एवं प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सुनील जाखड़ का नाम भी शामिल है.
जालंधर केंद्रीय विधानसभा से बेरी ने पिछला चुनाव भी लड़ा था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के मनोरंजन कालिया से वह एक हजार से कुछ अधिक मतों से हार गए थे. भाजपा ने अभी अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है, जबकि आम आदमी पार्टी ने इस सीट से शहर के एक चिकित्सक डा. संजीव शर्मा को मैदान में उतारा है.
पार्टी सूत्रों की माने तो जालंधर छावनी, फिल्लौर, करतारपुर, नकोदर, जालंधर पश्चिम तथा जालंधर उत्तर विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों का चयन आसान नहीं है क्योंकि इनमें से कुछ सीटों पर पार्टी के पुराने दिग्गजों के बीच तथा अकाली दल से आये नेताओं के बीच टिकट के लिए घमासान मचा है.