दिल्ली मे मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब के खरड़ में एक बार फिर से विवादास्पद ब्यान देकर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. केजरीवाल ने पहले अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में और फिर अपनी पहली रैली में खुलेआम लोगों से कहा कि अगर वोट के बदले कांग्रेस या अकाली दल का कोई नेता पैसे दे तो इनकार मत करना. साथ में सलाह दी कि अब ज़्यादा पैसे लेना और वह भी नए नोट क्योंकि महंगाई बढ़ गई है. पैसा कम से कम दस हज़ार हों.
एक तरफ जहां केजरीवाल ने पैसे लेने की बात करके चुनाव आयोग की कारवाई को निमंत्रण दे दिया है वहीं एक बार फिर साफ किया कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. मुख्यमंत्री पंजाब का ही होगा और वह पार्टी द्वारा किए गए वादों को पूरा करेगा.
केजरीवाल ने मंगलवार को एक के बाद एक करके आधा दर्जन ताबड़तोड़ रैलियों को संबोधित किया. पंजाब में कड़ाके की सर्दी के बावजूद भी केजरीवाल की रैली में खासी भीड़ जुटी. अपनी रैलियों में वह पहले की तरह कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर और उनके परिवार के स्विस बैंक खातों और बादल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप जड़ते रहे. उनका दावा था कि जिन लोगों को पार्टी की टिकट दी गई है वह सब पाक-साफ हैं. वो जीत हासिल करते हैं तो तो उनपर अनुशासन का डंडा चलता रहेगा.