पंजाब में एक जनसभा को संबोधित करने आए वित्त मंत्री अरुण जेटली से 'आज तक' ने चुनाव से जुड़े कई सवाल किए. जेटली ने पंजाब में एक बार फिर सरकार बनाने का दावा किया, तो वहीं नवजोत सिंह सिद्धू पर निजी स्वार्थ के लिए राजनीतिक सौदेबाजी का आरोप भी लगाया.
वित्त मंत्री ने कहा कि पंजाब में अकाली-बीजेपी की सरकार बनने की संभावना बढ़ती जा रही है. अक्सर ये सोचा जाता है कि जो एक बार सरकार में है. लोगों की नाराजगी और विरोधी लहर के चलते दूसरी बार चुनाव नहीं जीतता. पिछले चुनाव में सब लोग कांग्रेस की जीतने की संभावना जता रहे थे, लेकिन कांग्रेस हारी और अकाली-बीजेपी सरकार बनी. बहुत अरसे बाद पंजाब में पहला चुनाव है, जहां कांग्रेस और अकाली का प्रत्यक्ष मुकाबला नहीं है.
पंजाब में जीतने की है संभावना
पंजाब चुनाव में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी बारे में वित्त मंत्री कहना है कि केजरीवाल के आने का फायदा या नुकसान तो बाद में पता चलेगा, लेकिन विरोधी बाट जो रहे हैं. पिछले पांच वर्षों में पंजाब सरकार ने कई विकास कार्य किए हैं. पूरे देश में कांग्रेस बहुत नीचे की तरफ जा रही है. कांग्रेस की छवि खराब हुई है. इसलिए पंजाब में जीतने की अच्छी संभावनाएं हैं.
सामाजिक समस्या का राजनीतिकरण करना गलत
पंजाब में ड्रग के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि यह पंजाब की सामाजिक समस्या है. इस सामाजिक समस्या का राजनीतिकरण करने से लाभ नहीं होगा. समाज, सरकार और शासन सबको मिलकर इसके खिलाफ प्रयास करना होगा. केवल एक चुनाव के लिए सामाजिक तकलीफों का राजनीतिक लाभ लेने की सोच गलत है.
दल-बदल राजनीति ठीक नहीं होती
नवजोत सिंह सिद्धू के बारे में पूछने पर जेटली ने कहा कि वे उनके ऊपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. वित्त मंत्री ने बताया कि राजनीति में कई तरह के और कई वर्गों से लोग आते हैं, लेकिन उन्हें चिंता दूसरे विषय की है, जो किसी व्यक्ति से जुड़ी नहीं है. जब राजनीति में दल बदल करने वाले लोग आते हैं और अपने स्वार्थ के लिए सौदेबाजी करते हैं, तो एक सवाल उठता है कि क्या देश गैर सैद्धांतिक राजनीति करने वालों पर विश्वास कर सकता है. ऐसे लोग किसी भी पार्टी में जा सकते हैं और किसी भी दल के विचारों को अपना सकते हैं. ऐसी गैर वैचारिक राजनीति ठीक नहीं होती है.
नोटबंदी पर लोगों का मिला साथ
नोटबंदी पर अरुण जेटली ने कहा कि कुछ लोगों ने कहना था नोटबंदी से सरकार को बहुत नुकसान होने वाला है लेकिन जितने भी ओपिनियन पोल आए हैं उन सब में 75 फीसदी लोगों ने विमुद्रीकरण का साथ दिया है. इस देश का बहुत बड़ा वर्ग राजनीतिक और सामाजिक जीवन में स्वच्छता चाहता है.
प्रकाश सिंह बादल ही बनेंगे पंजाब के सीएम
सुखबीर सिंह बादल के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर जेटली ने बताया कि खुद सुखबीर सिंह ने कहा है कि प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री बनेंगे और वही रहेंगे. प्रकाश सिंह ही उनके नेता हैं और रहेंगे. जब तक वे स्वस्थ हैं, तब तक वही मुख्यमंत्री हैं. उसके बाद अगर कोई स्थिति पैदा होती है तो उसको बाद में देखा जाएगा.