जैसा देश, वैसा वेश नेताओं का सियासी मंत्र होता है और अरविंद केजरीवाल भी इससे जुदा नहीं हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री इन दिनों पंजाब के प्रचार मैदान में पंजाबी बोलते नजर आते हैं. सोशल मीडिया पर उनके पंजाबी में दिए बयानों पर खासी चर्चा हो रही है. खबरों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब चुनाव के लिए खास तौर पर पंजाबी बोलना और लिखना सीखा है.
कौन हैं केजरीवाल के गुरु?
बकौल केजरीवाल उन्हें पंजाबी पार्टी के नेता एच एस फुल्का ने सिखाई है. केजरीवाल के मुताबिक फुल्का मुख्यमंत्री आवास पर रोजाना एक घंटा उनकी क्लास लेते थे. फुल्का ने दिल्ली के सीएम को ना सिर्फ पंजाबी बोलना सिखाया बल्कि उन्हें गुरुमुखी लिपि का ज्ञान भी दिया.
मां का भी योगदान
हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले केजरीवाल की मां पंजाबी भाषा बोल और लिख सकती हैं. फुल्का की क्लास में वो भी साथ बैठा करती थीं. पंजाबी में बात करके केजरीवाल पंजाब के वोटरों से सीधे जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
सीएम पद के दावेदार फुल्का
पेशे से वकील एच एस फुल्का 84 के सिख दंगों में पीड़ितों के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. 2014 के आम चुनाव में पार्टी ने उन्हें लुधियाना सीट से उम्मीदवार बनाया था. विधानसभा चुनाव में वो डाखा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. फुल्का को आम आदमी पार्टी की ओर से सीएम के प्रबल दावेदारों में से एक माना जा रहा है.