पूर्व क्रिकेटर और पूर्व बीजेपी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद आज तक से खास बातचीत में कहा कि कांग्रेस की तरफ से पंजाब का मुख्यमंत्री कौन होगा यह वहां की जनता और कांग्रेस आलाकमान तय करेगा. सिद्धू से जब पूछा गया कि, क्या अमरेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं या वो खुद दावेदार हैं. तो सिद्धू ने कहा कि यह सब जनता और कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ देना चाहिए.
सिद्धू का कहना है कि पंजाब के लिए उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है. पंजाब को बादलों से मुक्ति दिलाना चाहते हैं, क्योंकि बादलों ने पंजाब का सत्यानाश कर दिया है. उससे मुक्ति दिलानी है. बीजेपी छोड़ने के बारे में नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि उन्होंने अकालियों के साथ गठबंधन को चुना. मैंने पंजाब को चुना है.
आम आदमी पार्टी से बातचीत न बन पाने के बारे में नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि अरविंद केजरीवाल उन्हें सिस्टम से बाहर रखना चाहते थे. उन्होंने कहा था कि आप चुनाव मत लड़ो लेकिन मैं सिस्टम में आना चाहता था. ताकि पंजाब के लोगों के लिए काम कर सकें. इसलिए उनकी बात नहीं बनी. मुख्यमंत्री पद की कुर्सी को लेकर कोई मांग या विवाद नहीं था. यह बात खुद केजरीवाल ने भी कही है. मैंने इसलिए कांग्रेस ज्वाइन की है क्योंकि मैं यहां सिस्टम में आ सकूं और पंजाब के लोगों के जो मुद्दे हैं, जो समस्याएं हैं उनको पूरा करवा सकूं.
राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, अमरिंदर सिंह को एक समय में निशाना बनाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि समय-समय की बात होती है. वह लोग भी मुझ को निशाना बनाते थे. अब मैं कांग्रेस में हूं और पीएम मोदी को शानदार और जानदार नेता बताने वाले सिद्धू ने पीएम मोदी के बारे में भी यही कहा कि जनता तय करेगी कि उनका काम कैसा रहा. वह खुद कुछ नहीं कहना चाहते हैं और बीजेपी की आलोचना करने से वह बचते रहे. सिद्धू से पूछा गया कि पीएम मोदी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी में कौन उनका आइडियल नेता है, उसके जवाब मे नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि प्रताप सिंह कैरो उनके आइडियल लेता हैं.