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पंजाब की सियासत में बड़ा उठापटक हुआ है. आम आदमी पार्टी (AAP) सूबे में दमदार प्रदर्शन करते हुए बंपर बहुमत हासिल किया है. AAP की आंधी मे पंजाब की राजनीति के दिग्गज माने जाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह चुनाव हार गए हैं.
पंजाब की पटियाला अर्बन सीट से पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ताल ठोक रहे थे. आम आदमी पार्टी के अजितपाल सिंह कोहली ने अमरिंदर सिंह को 13 हजार वोटों से मात दी है. चुनाव से पहले ही अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ अपनी पार्टी बनाई थी.
साल 2021 सितंबर में कांग्रेस के साथ उनके कुछ ऐसे मतभेद हुए कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद और दल, दोनों से ही इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस नाम से एक नई पार्टी का गठन किया. उनकी यह पार्टी भाजपा के साथ मिलकर पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के मैदान में उतरी थी. यह पहली बार नहीं है, जब अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ी हो बल्कि इससे पहले उन्होंने 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के चलते कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वह 1998 में पार्टी में वापस लौटे और साल 2002 से 2007 और 2017 से सितंबर 2021 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे.
2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अमृतसर से भाजपा नेता अरुण जेटली को एक लाख से अधिक वोटों से हराया था. इसके बाद कांग्रेस ने कैप्टन को लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल का उपनेता नियुक्त किया, लेकिन अमरिंदर का दिल पंजाब में ही लगा रहा. उनके मन को देखते हुए आलाकमान ने 2017 में फिर से पटियाला के महाराज पर दांव खेला और बाजी अपने पक्ष में कर ली. साढ़े चार साल के बाद पंजाब की सियासत ने करवट ली और कैप्टन को सीएम की कुर्सी से हाथ धोना पड़ गया. ऐसे में कैप्टन ने अपनी सियासी राह कांग्रेस से अलग चुन ली और बीजेपी के साथ हाथ मिलाकर चुनावी मैदान में उतरे.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा जीते
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा जीत गए हैं. वह पठानकोट सीट से उम्मीदवार थे. उनको 39782 वोट मिले. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के अमित विज (32363) रहे. यहां आम आदमी पार्टी से विभूति शर्मा और शिरोमणि अकाली दल से ज्योति पाल से टक्कर थी.