
पीएम मोदी के साथ पंजाब में आज जो हुआ वो शायद आजाद भारत में किसी प्रधानमंत्री के साथ नहीं हुआ. सड़क पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनके काफिले को 15 से 20 मिनट तक रोक कर रखा. अब हुआ ये था कि पीएम सुबह करीब 10.30 बजे बठिंडा एयरपोर्ट पहुंच गए थे. उसके बाद उन्हें National Martyrs Memorial पर माल्यार्पण करना था और फिर एक जनसभा को संबोधित करने जाना था. लेकिन पहले खराब मौसम की वजह से उनके कार्यक्रम में देरी हुई और फिर जब सड़क मार्ग से जाने का फैसला हुआ तो प्रदर्शनकारियों ने दोपहर दो बजे के करीब उनका काफिला रोक दिया.
अब आजतक के पास प्रधानमंत्री के काफिले की कई फोटो और वीडियो मौजूद हैं, जहां पर पूरी घटना हुई.सवाल कई हैं क्योंकि प्रधानमंत्री की गाड़ी के एकदम करीब कई लोग पहुंच गए थे, ये लोग कौन थे, क्यों पहुंचे थे, क्या उनका मकसद था, और वो प्रधानमंत्री की गाड़ी तक कैसे पहुंच सके, ये सबसे बड़ा सवाल है.
ये मामला कितना गंभीर है इसे आप घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया से समझ सकते हैं, सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री जब भटिंडा एयरपोर्ट वापस लौटे तो वहां अफसरों से बोले- मैं एयरपोर्ट जिंदा लौट पाया, अपने CM को थैंक्स कहना.
अब आपको मिनट टू मिनट पूरी डिटेल बताते हैं.कि क्या हुआ, कैसे हुआ.
नीचे लगीं दो तस्वीरों को ध्यान से देखिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गाड़ी है. काले रंग की इसी गाड़ी में नरेंद्र मोदी सवार हैं. अब आप बाहर की तरफ देखिए, पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात सभी कमांडो पोजिशन में हैं, SPG ने प्रधानमंत्री की गाड़ी को चारों तरफ से घेर रखा है. गाड़ी के आसपास कमांडोज का घेरा है जबकि उसके इर्द-गिर्द काफिले में साथ चल रही गाडियां मौजूद हैं. तस्वीरें उस वक्त की हैं जब पीएम मोदी की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही हुई. पंजाब में प्रधानमंत्री का काफिला एक दो नहीं बल्कि 15 से 20 मिनट तक फंसा रहा.
अब सोशल मीडिया पर वो तस्वीरें भी वायरल हैं जहां पर पीएम के काफिले के सामने भी एक गाड़ी खड़ी है. उस गाड़ी में कुछ लोग हैं और वो अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अब गृह मंत्रालय के अनुसार, हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर दूर,जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया था. पीएम 15-20 मिनट फ्लाईओवर पर फंसे रहे. पीएम की सुरक्षा में यह बड़ी चूक थी.
गृह मंत्रालय का कहना है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा के प्लान के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था. प्रक्रिया के अनुसार उन्हें रसद, सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक इंतजाम करने थे...लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
अब गृह मंत्रालय के बयान के मुताबिक 8 बड़ी बातें सामने आई हैं जो इस पूरी घटना को शीशे की तरह साफ कर रही है-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भटिंडा में लैंड किया
- पीएम को हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक जाना था
- मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री ने 20 मिनट इंतजार किया
- खराब मौसम को देखते हुए सड़क के रास्ते हुसैनीवाला जाने पर विचार हुआ
- डीजीपी पंजाब के आश्वासन के बाद प्रधानमंत्री का काफिला सड़क से निकला
- राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर पहले कुछ प्रदर्शनकारियों ने रोड ब्लॉक की
- प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की पूरी डिटेल एडवांस में ही पंजाब सरकार को दी गई थी
- सुरक्षा में चूक को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी को वापस भटिंडा एयरपोर्ट लौटना पड़ा
अब जानकारी के लिए बता दें कि फिरोजपुर में प्रधानमंत्री मोदी की रैली थी, राज्य सरकार को पहले से रैली के बारे में पता था. राज्य सरकार को ये भी पता था कि किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का पहले से ऐलान कर रखा था. लेकिन फिर भी उनकी सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हो गई और अब इस पर जमकर बवाल काटा जा रहा है.