देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव जारी है. एक ओर जहां उत्तर प्रदेश में दो चरणों के मतदान हो चुके हैं. वहीं उत्तराखंड और गोवा में मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इधर मणिपुर और पंजाब में वोटिंग अभी भी बाकी हैं. इससे पहले आजतक ने अपने विशेष कार्यक्रम 'पंचायत आजतक पंजाब' का आयोजन किया है. सबसे पहले कार्यक्रम के मंच पर पहुंचकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने बात रखी. वहीं कार्यक्रम के एक अन्य सत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट पहुंचे.
'कांग्रेस ने किया योगी सरकार की जड़ें हिलाने का काम'
सचिन पायलट ने कहा- चुनाव प्रचार के लिए पार्टी जहां भेजेगी वहां पहुंचकर पूरी मेहनत करूंगा. गोवा, उत्तराखंड और पंजाब में हमारा फीडबैक अच्छा रहा है. उत्तर प्रदेश की बात करें तो योगी सरकार की जड़ें हिलाने का काम SP-BSP ने नहीं बल्कि कांग्रेस ने किया है. उन्होंने कहा- जब कोई नेता कांग्रेस छोड़ता है तो जवाब मुझे देना पड़ता है. लेकिन ये लोगों का अपना फैसला है. मुझे तो 20 साल में पार्टी ने जो कहा मैंने पूरी ताकत के साथ किया. मैं इन पांच राज्यों को लिए भी दिन रात इसलिए काम कर रहा हूं क्योंकि मुझे लगता है कि पैन इंडिया लेवल पर कांग्रेस के नेतृत्व का गठबंधन ही बीजेपी को टक्कर दे सकता है.
'कभी भी नहीं आया बीजेपी ज्वाइन करने का ख्याल'
पायलट ने कहा - बगावत के वक्त मेरे कांग्रेस पार्टी के साथ मसले थे. हमने मुलाकात की, मामले सुलझाने के लिए टीम बनी और चीजें ठीक हुईं. साथ ही उन्होंने साफ कहा कि बीजेपी ज्वाइन करने का ख्याल मेरे मन में कभी भी नहीं आया. जो लोग ये प्रोपगैंडा करते हैं वे यही चाहते थे. मैंने कांग्रेस के लिए 20 सालों से हर संभव प्रयास करता रहा हूं.
'2024 की तैयारी के लिए बनानी होगी स्टेट वाइज स्ट्रैटजी'
कांग्रेस को फिर से मजबूत करने के लिए सचिन पायलट ने फॉर्मूला बताते हुए कहा कि राजनीति में कभी भी चीजें एक जैसी नहीं होतीं. हमें 2024 की तैयारी के लिए स्टेट वाइज स्ट्रैटजी बनानी होगी. अलग- अलग राज्यों में जीतेंगे तो स्थितियां अपने आप बदलेंगी. पायलट ने कहा भाजपा में पदों के लिए चुनाव कैसे होते हैं पता नहीं. अब जेपी नड्डा अध्यक्ष हैं, तो उनको किसने चुना? कब चुनाव हुआ? सब कुछ बंद कमरे में होगा तो पॉलिटिकल पार्टी की डेमोक्रेसी कहां रहेगी?
वहीं राजस्थान की बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में हम चाहते हैं कि हमारी सरकार रिपीट हो. इसके लिए जो भूमिका निभानी पड़े मैं तैयार हूं. हम विपक्ष में रहकर भी मजबूत होते रहेंगे. पद को लेकर पार्टी का निर्णय पार्टी तय करेगी.
'जब सभी विधायकों ने कैप्टन का विरोध किया तो क्या करते'
पायलट ने कहा कि- पंजाब में अमरिंदर सिंह को लेकर जब सभी विधायकों ने विरोध किया तो पार्टी को बदलाव करना पड़ा. इसमें क्या किया जा सकता है. आज कल तो आलोचना का स्तर गिर गया है. लोग एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं. इसमें मीडिया की भी भागीदारी है.
आम आदमी पार्टी को लेकर पायलट ने कहा- इनका चुनाव हमने 5 साल पहले भी देखा. तब से उनके कई सदस्यों ने पार्टी छोड़ी. कई राज्यों में लड़ रहे हैं, लेकिन जितना लोग कह रहे हैं उतनी सीटें इनके हिस्से आएंगी, ये मुझे नहीं लगता. अलग- अलग राज्यों में अलग- अलग समय पर स्थिति बदलती रहती है. पंजाब में हो सकता है कि आम आदमी पार्टी को कुछ वोट मिलें, लेकिन एक तरफा जीत संभव नहीं है.