पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार करने उतरे राहुल गांधी ने सिद्धू से अपनी पहली मुलाकात की कहानी लोगों को बताई है. लुधियाना की वर्चुअल रैली में राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू से मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि क्या आप जानते हैं मैं सिद्धू से कब मिला था. कोई इसका जवाब दे सकता है.
राहुल गांधी ने कहा, 'मैं आपको बताता हूं कि नवजोत सिंह सिद्धू को भी नहीं पता कि मैं उनसे कब मिला. मैं सिद्धू से 40 साल पहले मिला था. मेरी और उनकी पहली मुलाकात के बारे में खुद सिद्धू भी नहीं जानते.' राहुल गांधी ने किस्सा सुनाते हुए कहा कि मैं दून स्कूल में पढ़ता था उस दिन रविवार का दिन था और आज भी रविवार का दिन है. 40 साल पहले यादवेंद्र पब्लिक स्कूल क्रिकेट मैच खेलने दून स्कूल पहुंचा था.
40 साल पुरानी वो मुलाकात
कांग्रेस नेता ने कहा, 'दून स्कूल के सामने सिद्धू ओपनिंग बॉलर थे और उन्होंने दून स्कूल को 130 रन पर समेट दिया था जिसमें उन्होंने छह विकेट झटके थे. अब बैटिंग की बारी थी ओपनिंग करने भी सिद्धू ही आए और उन्होंने 98 रन की बेहतरीन पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई और उस दिन मैंने सिद्धू जी को जाना. इस व्यक्ति में परसेवेरेंस है. ये व्यक्ति प्रैक्टिस कर सकता है. अपनी जिंदगी के घंटे-घंटे दे सकता है, साल दे सकता है. उसके बाद कमेंटेटर बने, उसके बाद कॉमेडियन बने, उसके बाद राजनेता बने.'
कभी-कभी इमोशनल हो जाते हैं, तो क्या
बता दें कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू काफी समय से अपनी पार्टी को निशाने पर लेते रहे हैं. राहुल गांधी ने उनका बचाव करते हुए कहा, 'हर व्यक्ति के पास स्ट्रेंथ होती है, वीकनेस होती है कभी-कभी इमोशनल हो जाते हैं, तो क्या.'
लुधियाना की इस जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने केंद्र सरकार पर भी वार किया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं और योगी मुख्यमंत्री हैं, क्या आपने कभी इनको जनता के बीच में जाते देखा. चरणजीत सिंह चन्नी गरीब घर के बेटे हैं वे गहराई से गरीबी को समझते हैं और पंजाब की जनता की मांग थी कि प्रदेश का मुख्यमंत्री गरीब घर का बेटा बने. इसलिए पंजाब के मुख्यमंत्री पद का चेहरा चन्नी होंगे लेकिन यह यहां मुख्यमंत्री बनने नहीं आए ये पंजाब को बदलने आए हैं.