प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की सुरक्षा में चूक के मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री (Punjab CM) चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पंजाब दौरे के समय प्रधानमंत्री को कोई खतरा नहीं था. उन्होंने कहा कि मैं यह पूछते-पूछते थक चुका हूं कि प्रधानमंत्री मोदी को सुरक्षा का क्या खतरा था? प्रधानमंत्री के 1 किमी के दायरे में कोई प्रदर्शनकारी नहीं थे, पीएम की सुरक्षा के लिए 6000 सुरक्षाकर्मी, आईबी और एसपीजी के जवान तैनात थे. ऐसे में क्या खतरा हो सकता था?
एजेंसी के अनुसार, पंजाब के सीएम चन्नी ने अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि यहां पीएम को कोई खतरा नहीं था. वह पूरी तरह से सुरक्षित थे. कोई भी उनके पास नहीं गया. चन्नी ने कहा कि मैंने प्रियंका गांधी से इस बारे में बातचीत की और उन्हें यहां जो कुछ भी हुआ, उसके बारे में जानकारी दी थी.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी, इसमें सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि सभी रिकॉर्ड पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के पास सुरक्षित रखें जाएंगे. अब मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी. जांच में NIA भी शामिल होगी.
सुरक्षा मामले को लेकर दायर की गई थी जनहित याचिका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले को सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना के समक्ष मेंशन किया गया था. सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह ने इस मामले से जुड़ी जनहित याचिका गुरुवार को दायर की थी. इसमें कहा गया कि इस तरह की सुरक्षा में चूक स्वीकार्य नहीं की जा सकती. याचिका में सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह ने पंजाब सरकार को उचित निर्देश देने, उत्तरदायी लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की है. कहा गया है कि इस तरह की चूक भविष्य में नहीं होगी.
सोनिया गांधी ने भी कही कड़ी कार्रवाई की बात
बता दें कि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. सोनिया गांधी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं और उनकी सुरक्षा के मामले में पूरा ध्यान रखना चाहिए. तमाम राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को गंभीर मामला बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.