अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स तस्करी के मामले में दर्ज हुई FIR को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इसे राजनीतिक दुर्भावना मानने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार और कानून अपना काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि विक्रमजीत मजीठिया पर एसआईटी (SIT) की तरफ से तैयार की गई उस रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया गया है, जो हाई कोर्ट में जमा करवाई गई है.
बिक्रमजीत मजीठिया की तरफ से जमानत के लिए मोहाली सेशन कोर्ट में लगाई गई याचिका पर मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि सभी को जमानत पाने का अधिकार है, लेकिन सरकार मजबूती से इस मामले की पैरवी करेगी. सरकार किसी भी हालत में नशा तस्करों को नहीं छोड़ेगी. उन्होंने कहा कि जिन्होंने पंजाब की माताओं की कोख उजाड़ दी और अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बिक्रमजीत मजीठिया के बचाव को लेकर उनकी निंदा की है. सीएम चन्नी ने कहा कि 4 साल पंजाब का मुख्यमंत्री रहते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की, अब उनका बचाव कर रहे हैं. इससे साफ है कि कैप्टन और बिक्रमजीत मजीठिया आपस में मिले हुए हैं.
सुखबीर बादल बोले- 'सीएम यह कैसे कर सकते हैं'
बता दें कि बिक्रम मजीठिया पर दर्ज मुकदमे को लेकर सुखबीर बादल ने कहा कि बिना किसी केस के आप फर्जी केस कर रहे हैं. यह राजनीतिक प्रतिशोध है. उन्होंने कहा कि यह 10 साल पहले किसी चीज़ के आधार पर किया है. आप राज्य के सीएम हैं. आप यह कैसे कर सकते हैं.
बड़े आंदोलन की तैयारी में है अकाली दल
बता दें कि अकाली विधायक बिक्रम मजीठिया अपने खिलाफ दर्ज मामले को लेकर आज अग्रिम जमानत के लिए मोहाली कोर्ट पहुंचे. वहीं अकाली दल ने इस मामले को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर ली है. लिहाजा आज चंडीगढ़ के शिरोमणि अकाली दल के दफ्तर में कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई. जहां अकाली दल आंदोलन का बड़ा ऐलान कर सकता है और आगे की रणनीति भी तय की जाएगी.