पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने ऐलान किया है कि गरीबों को एक साल में 8 एलपीजी गैस सिलेंडर मुफ्त देंगे. साथ ही 1100 रुपये भी हर महीने दिए जाएंगे. चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार शाम को एक ट्वीट कर इस बारे में ऐलान किया. उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार बढ़ती महंगाई और गरीबी के खिलाफ लोगों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है.
चन्नी चमकौर साहिब सीट से लगातार तीन बार के विधायक हैं. चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा हैं. चन्नी चमकौर साहिब और भदौर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. सीएम फेस के ऐलान के दौरान राहुल गांधी ने चन्नी को गरीब का बेटा बताया था. हालांकि नामांकन के दौरान दाखिल हलफनामे में चन्नी ने अपने पास 9.45 करोड़ रुपये की संपत्ति बताई है. हालांकि, 2017 की तुलना में 2022 में चन्नी की संपत्ति कम हो गई है. 2017 में चन्नी के पास 14.51 करोड़ रुपये की संपत्ति थी.
The Congress Government is committed to help people against rising inflation and poverty#Monthly1100_Free8Cylinders pic.twitter.com/AAyRTz0OFn
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) February 13, 2022
केजरीवाल ने चन्नी पर साधा निशाना
केजरीवाल ने कहा कि चन्नी साहब 2 सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं, हमने दोनों सीटों पर तीन बार सर्वे कराया और वो दोनों सीटों पर हार रहे हैं. चमकौर साहिब में AAP 52% और चन्नी साहब 35% पर हैं. भदौर से AAP 48% और चन्नी साहब 30% पर हैं. जब वे MLA ही नहीं बनेंगे तो सीएम क्या बनेंगे? उधर, भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में चुनाव नजदीक है, सभी पार्टियां प्रचार कर रहीं हैं, लेकिन कांग्रेस सर्कस बन गई है, आपस में लड़ाइयां हो रहीं हैं. राजा अमरिंदर ने कहा है कि मनप्रीत सिंह उन्हें हरा रहे हैं, चन्नी का भाई कांग्रेस को हरा रहा है, पटियाला में रानी साहिबा किसी और के लिए प्रचार कर रहीं हैं.
पंजाब में एक चरण के तहत 20 फरवरी को वोटिंग होनी है. 2022 में जिन सात राज्यों में चुनाव हैं, उनमें से पंजाब एकलौता राज्य है, जहां पर कांग्रेस सत्ता में है. पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है, जिसके चलते यहां चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस सूबे में अपनी सत्ता को बचाए रखने के लिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू की अगुवाई में जद्दोजहद कर रही है तो आम आदमी पार्टी इस बार नंबर दो से नंबर वन बनने की जुगत में है. वहीं, अकाली दल ने बसपा के साथ हाथ मिला रखा है तो बीजेपी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव ढीढसा की पार्टी के साथ गठबंधन किया है.
117 सीटों वाले पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर दस साल के बाद सत्ता में लौटी जबकि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी केवल 18 सीटों तक सिमट गया था और आम आदमी पार्टी 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी थी.
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