पंजाब चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. दोनों ही पार्टियां अपनी जीत के दावे कर रही हैं, बहुमत के साथ सरकार बनाने की बात कर रही हैं. लेकिन इस बीच अब कांग्रेस को सीएम चन्नी के ही क्षेत्र से बड़ा झटका लग गया है. जगमोहन सिंह ने अपने बेटों संग आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है.
बताया गया है कि टिकट नहीं मिलने की वजह से जगमोहन सिंह से नाराज चल रहे थे. ऐसे में चुनावी मौसम में उन्होंने दल बदलना ही अपने लिए बेहतर समझा. अब कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी उन्हें टिकट दे सकती है. जानकारी के लिए बता दें कि खरड़ सीट से कांग्रेस ने विजय शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसी वजह से जगमोहन पार्टी से नाराज चल रहे थे और सीएम चन्नी को इसके लिए जिम्मेदार बता रहे थे. पहले ऐसी खबर थीं कि वे अपने बेटों संग निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन अब उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है.
टिकट कटने के बाद उनका गुस्सा इतना ज्यादा रहा कि उन्होंने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी बता दिया. उनके मुताबिक ईडी को रेड के दौरान 68 करोड़ की ट्रांजैक्शन के सबूत मिले हैं, ऐसे में सीएम को नींद नहीं आती. उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि इस मामले में सीबीआई जांच करवाई जाए.
वैसे पंजाब की इस खरड़ सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. कांग्रेस-आप तो मैदान में है ही, बीजेपी और पंजाब लोक कांग्रेस ने भी अपना उम्मीदवार उतार रखा है. दोनों की तरफ से कमलदीप सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है. वे भाजपा के चुनाव चिन्ह पर मैदान में जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि बीजेपी कार्यकर्ता उस क्षेत्र में उनका समर्थन नहीं कर रहे थे, इसी वजह से बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर लड़ गुस्से को शांत करने का प्रयास रहा है.
वैसे बागियों की बात करें तो लोक पंजाब कांग्रेस भी मुश्किलों में घिरी हुई है. कैप्टन के भेहद नजदीक माने जाने वाले संदीप सिंह सनी बराड़ ने उनका साथ छोड़ दिया है और अकाली में शामिल होने जा रहे हैं. पिछले दिनों कोटकापूरा हल्के से कैप्टन ने बीजेपी के जिला प्रधान को अपनी पंजाब लोक कांग्रेश पार्टी की तरफ से टिकेट दे दिया था, यही नाराजगी की वजह बना और पार्टी को ही छोड़ दिया गया.