पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) में बन रहे सियासी समीकरण और राजनीतिक सरगर्मियों पर चर्चा करने के लिए, आजतक ने 'पंचायत आजतक- पंजाब' का आयोजन किया. कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा (Raghav Chaddha) ने भी शिरकत की. उन्होंने कार्यक्रम में न सिर्फ पंजाब में आम आदमी पार्टी की प्लानिंग का जिक्र किया बल्कि कांग्रेस पर भी कई आरोप लगाए.
'अरे तुमसे पूछकर बनाएंगे क्या दिल्ली में मंत्री'
राघव चड्ढा ने कहा कि ये लोग (कांग्रेस) मुद्दे की बात नहीं करते हैं. ये लोग बात करते हैं कि दिल्ली में हमने किसे मंत्री बनाया किसे नहीं बनाया. ये लोग झूठ फैलाते हैं. केजरीवाल को लेकर झूठ फैलाए गए हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब में जहां 15-16 घंटे बिजली चली जाती है, वहां हम 24 घंटे बिजली देंगे, क्योंकि हमें देनी आती है. हम पंजाब में 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे. पंजाब की हर महिला की जेब में 100- रुपए डालेंगे. हम पंजाब की भाईचारे की रक्षा करेंगे. साथ ही पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त करेंगे. हमारे पास पंजाब की इंडस्ट्री को रिवाइव करने का प्लान है, इनफ्रास्ट्रक्टर बिल्ड करने का प्लान है, जिससे हवाईअड्डे से लेकर रेल कनेक्टिविटी, रोड कनेक्टिविटी पर काम हो सके.
उन्होंने कहा, 'इनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है, ये लोग बस यही कहेंगे कि केजरवाल काला है और राघव चड्ढा गोरा है. दिल्ली में हमने किसे मंत्री बनाया किसे नहीं बनाया. अरे तुमसे पूछकर बनाएंगे क्या दिल्ली में मंत्री, अपने हिसाब से बनाएंगे, हमारी सरकार है.'
इसपर उनसे सवाल किया कि अगर ऐसा रोडमैप था, तो सबकुछ फ्री देने की बात क्यों कही गई. इसपर राघव चड्ढा ने जवाब दिया कि हम पर लोग आरोप लगाते हैं कि हम मुफ्त खोरी की आदत डाल रहे हैं. लेकिन ये सभी पार्टियां अपने चुनावी मेनिफस्टो में केजरीवाल की शुरू की हुई स्कीम डालती हैं और फ्री बिजली, फ्री पानी, फ्री एजुकेशन के दावे करती हैं.
'हम अगर गरीब को 300 यूनिट बिजली दें, तो इनके पेट में दर्द होता है'
हम सोशल सिक्योरिटी नेट बनाना चाहते हैं. लोगों का कल्याण करना सरकार की ज़िम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि एक परिवार को अगर सम्मानजनक जीवन जीने के लिए 300 यूनिट बिजली की ज़रूरत है तो वो फ्री मिलेगी. कोटली साहब कैबिनेट मंत्री हैं, इन्हें 5000 यूनिट फ्री बिजली मिलती है, लेकिन हम अगर गरीब आदमी को 300 यूनिट देते हैं तो इनके पेट में दर्द होता है. इनके मंत्रियों पर परमात्मा की कृपा है. उन्हें हर महीने 5000 यूनिट फ्री बिजली मिलती है. जब हम गरीब को बिजली देने के बात करते हैं तो हम पर आरोप लगाते हैं कि हम मुफ्त खोरी की आदत डाल रहे हैं. ये फ्रीबी नहीं, ये कल्याणकारी सूबे की जिम्मेदारी होती है, जिसे हम दे रहे हैं.