scorecardresearch
 

राहुल से प्रशांत किशोर की बैठक में निकल गया पंजाब का समाधान? हरीश रावत बोले- जल्द आएगी गुड न्यूज

सिद्धू ने अब ट्वीट कर कहा है कि "विपक्ष उनको और उनके जैसे वफादार कांग्रेसियों को लेकर अक्सर ये बात कहते रहते हैं कि तुम अगर आप (AAP) में आओगे तो कोई बात नहीं... तुम अगर कांग्रेस में रहोगे तो मुश्किल होगी...

Advertisement
X
नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो-PTI)
नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सिद्धू की कांग्रेस छोड़ने की अटकलें तेज
  • ट्वीट कर AAP में जाने के संकेत दिए
  • अकाली दल ने सिद्धू पर साधा निशाना

पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में अब तक हालात सही नहीं हुए हैं. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच बात अब तक नहीं बन सकी है. इस बीच सिद्धू को लेकर सस्पेंस बरकरार है. अपने एक ट्वीट में सिद्धू कभी आम आदमी पार्टी (AAP) में जाने का संकेत दे रहे हैं तो कुछ ही पल में दूसरा ट्वीट कर AAP का विरोध भी कर रहे हैं. वहीं, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने राहुल गांधी और प्रशांत किशोर की मीटिंग के बाद बताया है कि 3-4 दिन में गुड न्यूज मिल जाएगी.

Advertisement

इससे पहले सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि उनके विजन को सिर्फ AAP ही समझ पाई है. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, "हमारे विपक्षी AAP ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे विजन और काम को पहचाना है, 2017 से पहले की बात हो (ड्रग्स, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार और बिजली संकट पर पंजाब के लोगों का ख्याल रखना) या आज जैसा मैं पंजाब मॉडल पेश करता हूं, लोग जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है."

इस ट्वीट के बाद जैसे ही सिद्धू के AAP में जाने की अटकलें तेज हुईं तो आधे घंटे बाद सिद्धू ने एक और ट्वीट किया. इसमें उन्होंने कहा कि "विपक्ष उनको और उनके जैसे वफादार कांग्रेसियों को लेकर अक्सर ये बात कहते रहते हैं कि तुम अगर आप (AAP) में आओगे तो कोई बात नहीं... तुम अगर कांग्रेस में रहोगे तो मुश्किल होगी..."

Advertisement

मंगलवार दोपहर को एक तरफ सिद्धू के ये ट्वीट आए तो दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में प्रियंका गांधी और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि मीटिंग में पंजाब संकट को लेकर चर्चा की गई.

हरीश रावत बोले- 3-4 दिन में अच्छी खबर आएगी

मीटिंग के बाद हरीश रावत (Harish Rawat) ने बताया कि अगले तीन से चार दिन में पंजाब कांग्रेस से अच्छी खबर आएगी. इससे समझा जा सकता है कि महीनों से जारी विवाद अगले कुछ दिनों में सुलझ सकता है. 

AAP के संपर्क में हैं सिद्धू!

वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के सांसद और पंजाब के अध्यक्ष भगवंत मान (Bhagwant Mann) से जब सिद्धू के ट्वीट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ जवाब दिया कि सिद्धू सबसे पहले तो 24 अकबर वाले कांग्रेस दफ्तर के बारे में ट्वीट करें कि पंजाब की बिजली कंपनियों से कितना पैसा गया है. हालांकि भगवंत मान लड़खड़ाती जुबान में ये भी कह गए कि एक तरफ इधर की बात करते हैं तो दूसरी तरफ कैबिनेट की मांग करते हैं. 

जाहिर सी बात है नवजोत सिंह सिद्धू लगातार आम आदमी पार्टी से संपर्क में बने हुए हैं और कहा ये जा रहा है कि अंदरखाने कहीं न कहीं खिचड़ी पक भी रही है. ऐसा संकेत आम आदमी पार्टी के नेता भी दे रहे हैं. आप विधायक कुलतार सिंह संदोहां कह रहे हैं की सिद्धू पहले सौदेबाज़ी करना छोड़ें.

Advertisement

अकाली दल ने भी सिद्धू पर निशाना साधा

अकाली दल (Akali Dal) भी अब सिद्धू पर निशाना साधने से पीछे नहीं है. जैसे ही सिद्धू का ट्वीट आया, वैसे ही अकाली नेताओं ने कहा कि सिद्धू अब कहीं के नहीं रहे हैं बल्कि वो अपना नया रास्ता तलाश रहे हैं. पहले भाजपा छोड़ी. फिर कांग्रेस ज्वाइन की और अब कांग्रेस में दाल नहीं गली तो वो आम आदमी पार्टी की तरफ जा रहे हैं.

इस पर अकाली दल के प्रवक्ता चरनजीत सिंह बरार ने कहा कि सवाल ये खड़ा होता है कि इस सरकार में सिद्धू ढाई साल कैबिनेट मंत्री रहे लेकिन उन्होने एक भी दिन अपनी जुबान नहीं खोली. अब जब कैबिनेट से निकाल दिया गया और चुनावों का वक्त आ रहा है तो सिद्धू अपने लिए रास्ता बना रहे हैं. उन्हें एहसास हो गया है कि कांग्रेस का जहाज डूब रहा है. लिहाजा यहां से निकलकर किसी दूसरी जगह पर चले जाएं.
 

2017 में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए थे सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) छोड़कर कांग्रेस (Congress) में आ गए थे. सिद्धू बीजेपी की ओर से लोकसभा और राज्यसभा सांसद रह चुके हैं. लेकिन 2017 में पंजाब चुनाव से पहले वो कांग्रेस में आ गए और अमृतसर सीट से विधायक चुने गए. लेकिन पिछले कुछ महीनों से सिद्धू और सीएम अमरिंदर सिंह के बीच तनातनी चल रही है. ऐसे में एक बार फिर से सिद्धू के दूसरी पार्टी में जाने की चर्चा चल रही है.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement