प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब में उनकी सुरक्षा में चूक को लेकर कहा कि वे इस मुद्दे पर मौन बनाए रखे हुए हैं. पीएम मोदी ने बुधवार को एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में कहा, सुप्रीम कोर्ट इस मामले को गंभीरता से देख रहा है. मेरा कोई भी वाक्य पूरी कार्रवाई पर प्रभाव डाल सकता है. यह उचित नहीं है. जो भी है, सुप्रीम कोर्ट की जांच कमेटी बाहर निकालेगी. जब तक हमें इंतजार करना चाहिए.
दरअसल, पीएम मोदी से पूछा गया था कि पंजाब में आपका काफिला ब्रिज पर फंस गया था. आपने किसी से कहा, अपने सीएम से कहना मैं जिंदा वापस जा रहा हूं?
पीएम मोदी ने पंजाब से जुड़ा पुराना किस्सा सुनाया
इस पर पीएम मोदी ने कहा, पूरे उत्तर भारत से मेरा नाता रहा है. मैं पंजाब में बहुत रहा हूं. पंजाब से मेरा पुराना नाता रहा है. मैं पार्टी का काम वहां करता था. मैंने पंजाब के लोगों की वीरता को देखा है. मैंने पंजाब के लोगों के दिल को देखा है. मैं पार्टी का काम करता था. उस समय आतंकवाद से हालत खराब थी. शाम के बाद कोई निकल नहीं पाता था. मैं मोगा या तरंता में था. मुझे अगले स्टेशन पर जाना था. मुझे देर हो गई. मैं और मेरा ड्राइवर दो लोग थे. मेरी गाड़ी खराब हो गई थी. धक्के लगाए, नहीं चली. खेत में दो तीन लोग थे. उन्होंने भी धक्के लगाए, लेकिन नहीं चली. उन लोगों ने बताया कि नजदीक में कोई मैकेनिक नहीं मिलेगा.
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उन्होंने मुझसे कहा, गाड़ी यहां छोड़ दो तुम और ड्राइवर मेरे साथ चलो, खेत पर हमारी झोपड़ी है. वहीं, खाना खा लो. रात को यहीं रुक जाओ. सरदार परिवार ने कहा, आप यहीं रुक जाओ. बाद में उन्हें पता चला कि मैं बीजेपी से हूं. उन्होंने कहा, कोई बात नहीं तुम बीजेपी से हो या कुछ भी रात में यहीं रुको. उन्होंने मेरे खानपान की व्यवस्था की रात में. सुबह उन्होंने बेटे को भेजकर मैकेनिक बुलाया और गाड़ी सही करवाई.
मैंने राजस्थान के कारीगरों से गुरुद्वारा बनवाया
पीएम ने कहा, कच्छ में बहुत परिवार हैं, सरदारों के. वहीं भूकंप में जब गुरुद्वारों का नुकसान हुआ. मुझे ये देखकर बहुत दुख हुआ. मैंने राजस्थान और बाहर से कारीगर लेकर आया, मैंने उनसे कहा कि पहले जैसा गुरुद्वारा बनाकर दो, जहां गुरुनानक जी के चरण पड़े थे. फिर गुरुद्वारा को बनाया गया. इसे देखकर सरदार परिवार के लोगों के आंखों में आंसू आ गए. मेरा काफी लगाव है. एक किताब है सरकार की, जो अंग्रेजों के जमानों में सिख कॉम के लिए नहीं हुए, ऐसे काम हमारी सरकार ने सिख वीरों की वीरता को सलाम करने के लिए किए हैं. मुझे गर्व है. मोदी ने कहा, चुनाव चुनाव हैं. लेकिन मुझे लगता है कि मेरे वीर जवान हैं, मेरे किसान हैं, उनके लिए जितना मैं कर सकता हूं, मैं करूंगा.
क्या राजनीति आंदोलन की वजह से रास्ता रोका गया ?
पीएम मोदी ने कहा, इस विषय पर पूरी तरह से मौन रखा है. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को गंभीरता से देख रहा है. मेरा कोई भी वाक्य पूरी कार्रवाई पर प्रभाव डाल सकता है. यह उचित नहीं है. जो भी है, सुप्रीम कोर्ट की जांच कमेटी बाहर निकालेगी. जब तक हमें इंतजार करना चाहिए.