पठानकोट का हलका सुजानपुर, जिसके एक तरफ हिमाचल की सीमा लगती है तो दूसरी तरफ जम्मू और कश्मीर की सीमा. भारत के सबसे मशहूर बांधों में से एक रणजीत सागर डैम, हलका सुजानपुर में ही बना हुआ है. सुजानपुर में प्रसिद्ध मुक्तेश्वर शिवधाम मंदिर भी है. जो प्राचीन पांडव गुफा के नाम से जाना जाता है. शिवालिक की पहाड़ियों में लगभग 5500 साल से भी पुराने इस धाम के बारे में कहा जाता है कि इसे पांडवों ने विकसित किया था. इस धाम को छोटा हरिद्वार भी कहा जाता है. हलका सुजानपुर की जनसंख्या लगभग 2 लाख के करीब है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
अगर विधानसभा हलका सुजानपुर की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो 2007 से लेकर अब तक इसपर बीजेपी का कब्जा रहा है. 2007 में बीजेपी के दिनेश सिंह बब्बू ने कांग्रेस के रघुनाथ सहाय पुरी को मात्र 328 वोटों से हराया था. 2012 में बीजेपी के दिनेश सिंह बब्बू ने आजाद उम्मीदवार नरेश पुरी को 23096 वोटों से हराया. वहीं अगर 2017 की बात करें तो दिनेश सिंह बब्बू ने कांग्रेस के अमित सिंह को 18,701 वोटों से हराया.
2017 का जनादेश
हलका सुजानपुर में करीब 164979 वोट हैं. जिनमें 87679 पुरुष हैं और 77297 महिलाएं हैं, जबकि तीन अन्य वोटर हैं. 2017 विधानसभा चुनाव में विधायक दिनेश सिंह बब्बू ने जीत हासिल की थी. बीजेपी उम्मीदवार दिनेश सिंह बब्बू ने कांग्रेस के अमित सिंह को 18701 वोटों से हराया था.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
सुजानपुर के विधायक दिनेश सिंह बब्बू का जन्म 17 जून 1962 को हुआ था. उनके पिता का नाम भीम सिंह था. दिनेश सिंह बब्बू ने 2007 चुनाव में पहली बार कांग्रेस के रघुनाथ सहायपूरी को 328 वोटों से हराया था. जिसके बाद लगातार इन्होंने जीत की हैट्रिक बनाई. तीन बार सुजानपुर से विधायक रहे दिनेश सिंह बब्बू को एक बार डिप्टी स्पीकर भी बनाया गया था. सुजानपुर का ज्यादातर हिस्सा अर्ध पहाड़ी क्षेत्र है. जो कि हिमाचल के साथ लगता है. जहां पर लोग अभी भी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं.
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सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में काफी लंबे समय से सरकारी कॉलेज की मांग चली आ रही थी. जिसको लेकर विधायक की ओर से प्रयास किया गया और उन्होंने इलाके में सरकारी कॉलेज बनाया. जिससे अर्ध पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को बहुत फायदा मिला. इसके अलावा इस इलाके के पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण बाहर से लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं. इसे टूरिस्ट हब की तरह बनाया जा रहा है. रणजीत सागर डैम की झील में सैलानी घूमने आते हैं.