25 नवंबर को होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक रैलियों का दौर जारी है. साथ ही नेताओं की बयानबाजी भी खुलकर सामने आ रही है. बीजेपी और कांग्रेस, दोनों की अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. खुलकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगा रही हैं. इसी कड़ी में चुनाव प्रचार करने पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि मैं खुलकर हिंदू पॉलिटिक्स करता हूं, इसमें दिक्कत क्या है. इस देश में हिंदू का मतलब है सबका साथ सबका विश्वास. हिंदू भारतीय है तो हिंदू की राजनीति करने में दिक्कत क्या है. कांग्रेस को बताओ की हम हिंदू हैं और हिंदू ही रहेंगे.
'राजस्थान को वैज्ञानिक तरीके से लूटा गया'
इससे पहले उन्होंने प्रतापगढ़ में कहा था कि आप देख सकते हैं कि पूरे राजस्थान को वैज्ञानिक तरीके से लूटा गया है. अगर हम अर्थव्यवस्था और भूगोल में राजस्थान और असम की तुलना करें. असम में, बीजेपी की सरकार है. हम लोगों को 97-98 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल देते हैं. हरियाणा और यूपी में 94-95 रुपये है, राजस्थान में 108-110 रुपये है और प्रियंका गांधी यहां आती हैं और कहती हैं कि वे गरीबों के साथ हैं.
मदरसों को 'मुल्ला' बनाने वाली संस्था नहीं बनना चाहिए: हिमंत
हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर खुलकर मदरसों को बंद करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार से पैसा और वेतन पाने वाले सभी मदरसों को बंद कर देना चाहिए. अगर कोई समुदाय स्वतंत्र रूप से इसे चलाता है, तो यह एक अलग मुद्दा है. सरकारी वेतन वाले मदरसे बंद होने चाहिए. समुदाय द्वारा संचालित मदरसे को भी विनियमित किया जाना चाहिए. छात्रों को शिक्षा के अधिकार की सुविधाएं मिलनी चाहिए. मदरसे 'मुल्ला' बनाने वाली संस्था नहीं होने चाहिए.