राजस्थान में विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान जोरों पर हैं. बीजेपी और कांग्रेस के तमाम नेता इन दिनों जनसभाएं कर वोट मांग रहे हैं और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है. इस बीच सीएम गहलोत ने शनिवार को भीलवाड़ा में एक जनसभा को संबोधित किया और ईडी की कार्रवाई के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
ईडी बनाम कांग्रेस है मुकाबला- गहलोत
गहलोत ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा, 'जितने काम हमने किए हैं उसके हिसाब से तो बीजेपी कहीं पिक्चर में ही नहीं है. राजस्थान में कांग्रेस वर्सेज ईडी का मुकाबला है.वो हमारे प्रदेश अध्यक्ष के पीछे पड़ी है, दो बार बुला लिया दिल्ली.मेरे बेटे को बुला लिया दिल्ली, कोई केस नहीं , कोई एफआईआर नहीं, कोई शिकायत नहीं. शिकायत करने वाले बीजेपी वाले हैं.
'दम है तो करो मुकाबला'
गहलोत ने यह भी कहा कि इनकम टैक्स , ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाओं को आर्थिक अपराध करने वालों पर कारवाई करनी चाहिए. जैसे लंदन मे बैठ विजय मालिया, नीरव मोदी और मैहुल चौकसी, जो कई सालों से फरार हैं.बीजेपी को चुनौती देते हुए अशोक गहलोत ने कहा, 'सरकारें गिराने के लिए ईडी का प्रयोग कर रहे हो. चुनी सरकारें गिरेंगी तो लोकतंत्र का क्या होगा? ये कोई तरीका नहीं है. ईडी के जरिए हमसे लड़ाई लड़ रहे हैं. अगर दम है तो मुकाबला करो.'
इससे पहले भी अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को ईडी ने समन भेजे जाने को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा था. गहलोत ने कहा था कि मेरे बेटे या पीसीसी चीफ का सवाल नहीं है. इन्होंने पूरे देश में आतंक मचा रखा है. छत्तीसगढ़ में तो लोगों ने फैमिली शिफ्ट कर दी हैं. हमने कल दो गारंटी की घोषणा की. यह चाहते नहीं हैं हम महिलाओं, पिछड़ों के लिए कुछ करें.
एक चरण में होना है मतदान
बता दें कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख बदल दी गई है. पहले 23 नवंबर को एक चरण में चुनाव होना तय किया गया था. अब इसे बदलकर 25 नवंबर कर दिया गया है. हालांकि, मतदान एक ही चरण में होगा. चुनाव का नतीजा 03 दिसंबर को आएगा.
दरअसल, भारत निर्वाचन आयोग ने राजस्थान सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. राजस्थान में एक चरण में वोटिंग की तारीख 23 नवंबर तय की गई थी. मगर, तारीख की ऐलान होने के बाद भारत निर्वाचन आयोग को विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों सहित विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों ने चुनाव की तारीख को लेकर अपनी बात रखी थी.